राज्यपाल के बाद CM शिवराज ने खुद के वेतन में कटौती का किया ऐलान, कांग्रेस ने कही ये बात
भोपाल
मध्य प्रदेश में राज्यपाल लालजी टंडन (Lalji Tandon) ने कोरोना संकट को देखते हुए अपनी सैलरी में 30 प्रतिशत की कटौती का ऐलान किया था. इसके बाद खुद राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) इस मामले में सामने आये हैं. जी हां, सीएम के तौर पर उन्होंने अपनी सैलरी में 30 प्रतिशत की कटौती करने घोषणा की है. वे अगले एक साल तक कम सैलरी लेंगे. इसके अलावा जनप्रतिनिधियों से भी उन्होंने इस पर फैसला करने की अपील की है. कोरोना संकट के बीच मदद के लिए हाथ लगातार आगे बढ़ रहे हैं. फिर भी यह संकट इतना बड़ा है कि यह मदद ना काफी लग रही है. इसी को देखते हुए अब बड़े-बड़े नेता भी मदद के लिए आगे आए हैं.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया है कि वह आने वाले 1 साल तक बतौर सीएम उन्हें मिलने वाली सैलरी में से 30 फ़ीसदी सैलरी कम लेंगे. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री शिवराज ने दूसरे जनप्रतिनिधियों से भी यह अपील की है कि वह इस पहल में आगे आएं और मदद के लिए इसी तरीके के फैसले से माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के 30 फ़ीसदी सैलरी कम लेने के फैसले के बाद अब बीजेपी के विधायक और सांसद के अलावा तमाम जनप्रतिनिधि भी अपनी सैलरी का कुछ हिस्सा कम करके लेंगे और इसे प्रधानमंत्री राहत कोष या मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराएंगे.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने भी अपनी सैलरी का 30 फ़ीसदी हिस्सा कम लेने का फैसला किया है. लालजी टंडन ने इस संबंध में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक खत लिखते हुए कहा है कि वह कोरोना संकट तक अपनी सैलरी का 30 फ़ीसदी हिस्सा प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करेंगे यह राशि करीब ₹100000 तक होगी.
कोरोना संकट की वजह से हुए लॉक डाउन के बाद आशंका जाहिर की जा रही है कि देश की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा सकती है. ऐसे में यह जरूरी है कि आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाए जाएं. इसी कड़ी में बड़े-बड़े नेता आगे आए हैं. देखना यह होगा कि क्या यह फैसले को रोना संकट से उबरने में देश की मदद कर पाएंगे. इससे पहले मध्य प्रदेश में राज्यपाल लालजी टंडन ने कोरोना संकट को देखते हुए अपनी सैलरी में 30 प्रतिशत की कटौती का ऐलान किया था. इसके बाद खुद राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस मामले में सामने आयें हैं.