नाना पाटेकर को मुंबई पुलिस से मिली क्लीन चिट को चुनौती देंगी तनुश्री दत्ता

 
नई दिल्ली 

तनुश्री दत्ता ने ओशिवाड़ा पुलिस स्टेशन द्वारा फाइल की गई बी-समरी रिपोर्ट, जिसमें नाना पाटेकर को यौन शोषण के केस में क्लीन चिट दी गई थी, का विरोध किया है. तनुश्री के वकील नितिन सतपुते ने मुंबई के अंधेरी के रेलवे मोबाइल कोर्ट में उनका प्रतिनिधित्व किया. तनुश्री को कोर्ट ने बी-समरी के खिलाफ प्रोटेस्ट पेटिशन फाइल करने का समय दिया था. इस मौके पर तनुश्री दत्ता की पूरी लीगल टीम कोर्ट में मौजूद थी. हालांकि ओशिवाड़ा पुलिस स्टेशन का एक भी अफसर उस समय कोर्ट में मौजूद नहीं था. कोर्ट ने तनुश्री के केस की डेट आगे बढ़ाकर 7 सितम्बर 2019 कर दी थी.

अक्टूबर 2018 में तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी. तनुश्री ने आरोप लगाया था कि साल 2008 में फिल्म हॉर्न ओके प्लीज के सेट्स पर नाना ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया था. उन्होंने कहा था कि नाना ने जबरदस्ती फिल्म के गाने की कोरियोग्राफी में इंटिमेट स्टेप्स को एड करवाया था. डायरेक्टर राकेश सारंग, कोरियोग्राफर गणेश आचार्य, प्रोड्यूसर समी सिद्दीकी का नाम भी तनुश्री ने इस केस में घसीटा था. इस रिपोर्ट के बाद पुलिस ने सेट्स पर उस समय मौजूद रहे चश्मदीदों से सवाल-जवाब शुरू कर दिए थे.

बाद में मुंबई ओशिवाड़ा पुलिस थाने ने नाना पाटेकर को इस मामले में क्लीन चिट दे दी थी. उनका कहना था कि उन्हें नाना पाटेकर के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले, जिससे वो चार्ज शीट फाइल नहीं कर सकते और ना ही ट्रायल की मांग कर सकते हैं. इतना ही नहीं इस रिपोर्ट में भी कहा गया था कि ये शिकायत बदले की भावना से फाइल की गई हो सकती है और लगता है कि ये नकली है. आखिर में रिपोर्ट में ये कहा गया कि नाना पाटेकर, राकेश सारंग, गणेश आचार्य और समी सिद्दीकी के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं.

उस समय सेट्स पर मौजूद 13 चश्मदीद, जिसमें कोरियोग्राफर/एक्ट्रेस डेजी शाह, तनुश्री की हेयर ड्रेसर, स्पॉट बॉय शामिल हैं, ने अपने बयानों में कहा कि उन्होंने कुछ भी ऐसा नहीं देखा, जिसमें नाना पाटेकर, तनुश्री का शोषण कर रहे हों. इसके बाद एक इंटरव्यू ने बॉम्बे टाइम्स को एक इंटरव्यू देते हुए कहा था कि कैसे हमारी कानून व्यवस्था गन्दी हैं. साथ ही उन्होंने ये दावा किया था कि पुलिस के पास कोई सबूत नहीं है क्योंकि उसने लोगों के सभी चश्मदीदों के बयानों को रिकॉर्ड ही नहीं किया है.

तनुश्री ने कहा था, 'ये भद्दी बात है, क्योंकि नाना पाटेकर काफी समय से क्लीन चिट लेने की कोशिश कर रहे हैं. मैंने ये बात अपने पहले इंटरव्यू में भी बताई थी कि सभी गवाहों को धमकी भरी कॉल्स आ रही हैं और उनपर पुलिस के पास अपने बयान को रिकॉर्ड ना करने का पूरा-पूरा दबाव बनाया जा रहा है. हमारे पास 10 गवाह हैं, जिनमें से सिर्फ एक-आध ही बयान को रिकॉर्ड किया गया है. बाकी लोग आगे ही नहीं आए क्योंकि उन्हें धमकी भरे कॉल किए गए थे.'

उन्होंने आगे कहा था, 'पुलिस कहती है कि उसके पास सबूत नहीं है. सबूत मिलेंगे कैसे, अगर मुजरिम इस बात पर पूरा ध्यान दे रहा है कि उसके खिलाफ सबूत पाइल्स तक पहुंचे ही ना? जिन गवाहों के बयान पुलिस ने रिकॉर्ड किये हैं, वो उनके दोस्त हैं. उस समय फिल्म के सेट्स पर मौजूद लोगों में से कोई भी असल में मेरा दोस्त नहीं था. इसके साथ ही गवाहों ने ये नहीं कहा कि उस समय कुछ नहीं हुआ, उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ याद नहीं है.'

वहीं दूसरी तरफ नाना पाटेकर ने तनुश्री को झूठा बताते हुए कहा कि उस समय सेट्स पर ऐसा कुछ नहीं हो सकता था क्योंकि वहां उस समय सेट पर 50 लोग थे.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *