नया ऐप mitron में कई बग्स

बीते दिनों एक ऐप तेजी से पॉप्युलर हुआ है और उसका नाम है Mitron। यह ऐप टिकटॉक के क्लोन जैसा है और उसे टक्कर देने की वजह से ही यूजर्स के बीच पॉप्युलर हुआ है। हालांकि, नया ऐप होने के चलते mitron में कई बग्स हैं और इससे जुड़ी एक बड़ी खामी सामने आई है। यूजर्स के अकाउंट से कोई और मेसेज या कॉमेंट कर सकता है।

काफी कम वक्त में तेजी से पॉप्युलर हुए टिकटॉक ऐप के क्लोन Mitron से जुड़ी एक खामी सामने आई है। टिकटॉक ऐप और चीन के खिलाफ बने माहौल में यह ऐप तेजी से पॉप्युलर हुआ है और अब तक लाखों यूजर्स इसे डाउनलोड कर चुके हैं। ऐप में ढेरों बग्स हैं यह बात रिव्यू में खुद यूजर्स भी लिख रहे हैं लेकिन अब इससे जुड़ी एक खामी सामने आई है। इसकी मदद से अटैकर यूजर के अकाउंट से छेड़छाड़ कर सकते हैं और किसी और के अकाउंट से मेसेज भी भेज सकते हैं। हालांकि, पर्सनल ईमेल आईडी या डेटा की चोरी का खतरा नहीं है।

Gadgets360 की रिपोर्ट के मुताबिक, Mitron ऐप की खामी का फायदा उठाकर अटैकर किसी एक के अकाउंट से दूसरों को मेसेज भेज सकता है। इसके अलावा किसी दूसरे के नाम से कॉमेंट्स भी किए जा सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह खामी ऐप के मौजूदा लॉग-इन प्रोसेस से जुड़ी है। ऐप में लॉग-इन किए बिना कोई विडियो लाइक नहीं किए जा सकते या फिर उनपर यूजर कॉमेंट नहीं कर सकता। लॉग-इन के दौरान ही अटैकर्स विक्टिम की यूनीक यूजर आईडी ऐक्सेस कर सकते हैं और उनके अकाउंट से लॉग-इन कर सकते हैं।

बिना पासवर्ड करें लॉगिन
फिलहाल मित्रों ऐप में यूजर्स को किसी पासवर्ड या अडिशनल वेरिफिकेशन की जरूरत नहीं होती और गूगल अकाउंट की मदद से लॉग-इन करने का विकल्प दिया गया है। ऐसा ना होने की वजह से ऐप में कोई एक्सट्रा सिक्यॉरिटी लेयर नहीं है, जिससे तय किया जा सके कि असली यूजर ने ही लॉग-इन किया है। गूगल अकाउंट से लॉग-इन करने के दौरान भी ऐप यूनीक यूजर आईडी का इस्तेमाल करता है और सीधे गूगल से लिंक नहीं है। हालांकि, इस कमी को आसानी से फिक्स किया जा सकता है।

पाकिस्तान में बना है ऐप
गैजेट्स नाउ हिंदी ने Mitron ऐप इंस्टॉल किया और पाया कि ऐप में ढेर सारे बग्स हैं। डिवेलपर की ओर से ऐप को लेटेस्ट अपडेट 29 मई, 2020 को दिया गया है, ऐसे में संभव है कि अगले कुछ अपडेट्स में इस सिक्यॉरिटी फ्लॉ को भी फिक्स कर दिया जाए। बता दें, करीब 8 एमबी साइज वाले इस ऐप को चाइनीज शॉर्ट विडियो मेकिंग प्लैटफॉर्म TikTok का इंडियन क्लोन माना जा रहा है और यही इसके पॉप्युलर होने की वजह भी बना है। बीते दिनों सामने आया है कि इस ऐप को इंडिया में डिलेवप नहीं किया गया है बल्कि पाकिस्तानी डिवेलपर Qbuxus से खरीदा गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *