धनतेरस पर खूब हुई धनवर्षा, पटना में 500 करोड़ रुपये का कारोबार

पटना                                                                                                                                                  
धनतेरस के शुभ मुहूर्त पर बाजारों में खूब धन बरसा। राजधानी समेत राज्य भर में लोगों ने मनपसंद चीजों की खरीदारी की। राजधानी में धनतेरस पर करीब 500 करोड़ का कारोबार हुआ। 

गहनों के बाजार में खूब रौनक रही। सर्राफा कारोबारियों ने राजधानी में लगभग 200 करोड़ रुपये की ज्वेलरी की बिक्री का दावा किया है। वहीं, 100 करोड़ से अधिक के इलेक्ट्रॉनिक आइटम और होम अप्लायंसेस से जुड़े सामानों की बिक्री हुई। करीब 100 करोड़ रुपये के आसपास गाड़ियों का कारोबार हुआ। 

वहीं, पिछले महीने कंकड़बाग, राजेंद्र नगर और दूसरे इलाके में जलजमाव के बाद की स्थिति में घरों के फर्नीचर व होम फर्निशिंग्स से जुड़े सामान भी खूब बिके। करीब 30 करोड़ रुपये के फर्नीचर व सजावट तथा होम फर्निशिंग्स के सामान बिके। बर्तन बाजार समेत में बाकी सेक्टर में भी करीब 50 करोड़ रुपए के सामान बिके। 

खास बात यह रही कि मंदी व बाजार के सुस्त होने की तमाम आशंकाएं निर्मूल साबित हुईं। रिषभ ऑटोमोबाइल के जीएम संतोष सिंह ने बताया कि बाजार में सुबह से ही गाड़ियों की डिलीवरी शुरू हुई तो देर रात तक चलती रही। वहीं, दोपहर से लेकर देर रात तक बर्तन बाजार, सर्राफा बाजार और इलेक्ट्रॉनिक तथा होम अप्लायंसेस के सामानों की बंपर बिक्री व डिलीवरी हुई। हथुआ मार्केट तनिष्क के ऑन्र रोहन अग्रवाल ने बताया कि उम्मीद के अनुरुप कारोबार हुआ। 

राजधानी में 200 करोड़ के सर्राफा की बिक्री हुई। वहीं, आदित्य विजन के एमडी निशांत प्रभाकर ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक व होम अप्लायंसेस के सामान खूब बिके। अकेले पटना में 100 से 110 करोड़ के बीच के सामान बिके। वहीं, बर्तन बाजार में भी खूब रौनक रही। परंपरागत बर्तन के अलावा चांदी के बर्तनों की भी खूब खरीदी हुई। पटना में पांच से आठ करोड़ रुपये के बर्तन की लोगों ने खरीदी की। कंकड़बाग, बोरिंग रोड, अशोक राजपथ और कदमकुंआ में बर्तन बाजार की रौनक पिछले वर्ष से अधिक रही। 

चार पहिया वाहनों के स्टॉक खत्म
चार पहिया वाहनों के कमोबेश सभी डीलरशिप में गाड़ियों का स्टॉक खत्म हो गया। विभिन्न एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार राजधानी में पांच हजार से अधिक चार पहिया वाहनों की बिक्री हुई। मारुति की एक डीलरशिप के सीईओ अमोद सिंह ने बताया कि इस बार उम्मीद से अधिक गाड़ियों के बिकने से ऑटोमोबाइल का बाजार पटरी पर लौट आया। लोगों की एकाएक गाड़ियों की खरीदी के प्रति क्रेज बढ़ने से स्टॉक खाली हो गये। वहीं, दो पहिया बाजार में 10 हजार से अधिक वाहन बिके।

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