दीवार गिरने से मरे मजदूर: स्थानीय लोगों ने पांच महीने पहले बिल्डर को किया था आगाह
पुणे
रेजिडेंशल सोसायटी में बिल्डिंग की दीवार गिरने से 15 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में स्थानीय लोगों ने बड़ा खुलासा किया है। लोगों का कहना है कि उन्होंने करीब 5 महीने पहले ही बिल्डर को इस खतरे को लेकर आगाह किया था। लेकिन स्थानीय लोगों की शिकायत के बावजूद बिल्डर ने कोई ऐक्शन नहीं लिया।
सभी कॉमेंट्स देखैंअपना कॉमेंट लिखेंबता दें कि शनिवार तड़के दीवार का एक हिस्सा गिरने से पास की झुग्गियों में सो रहे मजदूरों की मौत हो गई। इसी हाउसिंग सोसायटी के रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया, 'हमले 16 फरवरी को एल्कॉन लैंडमार्क्स के एक पार्टनर विवेक अग्रवाल के साथ बाकी बचे काम को लेकर मीटिंग की थी। हमने उन्हें वहां हो रहे काम की क्वॉलिटी को लेकर भी जानकारी दी थी और बताया था कि काम संतोषजनक नहीं है।'
उन्होंने बताया कि मीटिंग में हुई बातचीत की जानकारी डिवेलपर फर्म को भी ईमेल के जरिए दी गई थी। पीटीआई के पास भी उस मीटिंग में हुई बातचीत की कॉपी है।
स्थानीय लोगों का दावा है कि एल्कॉन लैंडमार्क के जगदीश अग्रवाल ने रेजिडेंट्स से कहा था कि बिल्डिंग की दीवार सुरक्षित है। यदि उसे कोई क्षति होती है तो उसकी जानकारी डिवेलपर की ही होगी। एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि हमने बिल्डर के साथ ईमेल पर हुई बातचीत की जानकारी पुणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन और पुलिस को दे दी है।
पुलिस ने शनिवार को एल्कॉन लैंडमार्क के जगदीश आग्रवाल, सचिन अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, विवेक अग्रवाल और विपुल अग्रवाल के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है।