दिल्‍ली को भारी पड़ रही जमातियों की गलती, 903 में 584 मामलों का मरकज से कनेक्‍शन

 
नई दिल्ली

निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात कार्यक्रम दिल्‍ली का बड़ा भारी पड़ रहा है। शुक्रवार को कोरोना वायरस के 183 नए मरीज मिले, जिनमें से 154 तबलीगी जमात से हैं। दिल्‍ली में एक दिन में भीतर नए मामलों का यह अबतक का रेकॉर्ड है। इन्हें मिलाकर दिल्ली में कोरोना के कुल मामले 903 हो गए हैं। इनमें से से 584 तबलीगी जमात के लोग हैं। यहां के कुल कोरोना पीड़ितों में जमातियों की यह संख्या 64.67 प्रतिशत बैठती है। राजधानी में कोरोना से अबतक 14 की मौत हुई है।

ये हैं 6 नए कन्‍टेनमेंट जोन
नबी करीम, जाकिर नगर की गली नंबर 18 से 22, अबू बकर मस्जिद का नजदीकी इलाका, GTB एंक्‍लेव का E पॉकेट, चांदनी महल, सदर बाजार, बाबर रोड/बंगाली मार्केट।
 

मरकज में मिले थे 2 हजार से ज्‍यादा जमाती
निजामुद्दीन मरकज की सात मंजिला इमारत से दो हजार से ज्‍यादा जमातियों को निकाला गया था। वह भी राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के दखल के बाद। वहां मौजूद 24 को पहले से ही कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया था। 200 से ज्‍यादा लोगों में COVID-19 के लक्षण थे। पॉजिटिव और संदिग्‍धों को अस्‍पताल शिफ्ट किया गया। बाकियों को क्‍वारंटीन में रखा गया। पूरे देश में उन लोगों को खोजने की कोशिश शुरू हुई जो मरकज आए थे और पॉजिटिव मिले मरीजों के संपर्क में थे। देशभर में 22 हजार से ज्‍यादा ऐसे लोग क्‍वारंटीन सेंटर्स में हैं।
 
दिल्ली के रोहिणी इलाके में सड़क पर पड़े 2000 के नोटों के चलते दहशत फैल गई। कोरोना फैलाने की साजिश समझकर लोगों ने पुलिस को बुला लिया। आगे क्या हुआ, देखिए इस विडियो रिपोर्ट में।

दिल्‍ली में भी की गई तलाश
पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर जमातियों को ढूंढना शुरू किया। कुछ विदेशी मस्जिदों में छिपे मिले। अन्‍य शहरों के कई लोग जो अपने-अपने घर चले गए। सरकारी आंकड़े के मुताबिक, 903 में 554 मामले तबलीगी जमात से जुड़े हैं। अभी 176 लोगों की रिपोर्ट आनी है, ऐसे में यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। उपराज्‍यपाल अनिल बैजल के साथ मीटिंग में अधिकारियों ने कहा कि तबलीगी जमात से निकले और भी COVID-19 क्‍लस्‍टर्स हो सकते हैं।

…पता ही नहीं लगेगा कहां से आए मामले
दो दिन पहले, दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग (DMC) ने स्‍वास्‍थ्‍य विभाग को एक चिट्ठी लिखी थी। इसमें कहा गया था कि डेली कोरोना वायरस बुलेटिन में निजामुद्दीन मरकज का जिक्र नहीं किया जाए। DMC का तर्क है इससे 'इस्लामोफोबिया के एजेंडा को बढ़ावा' मिलता है।
 
अस्‍पताल लापरवाही का केस
पंजाबी बाग स्थित अग्रसेन अस्पताल में शुक्रवार को कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 10 हो गई। इसके बाद अस्पताल खाली करवा लिया गया। हॉस्पिटल मैनेजमेंट पर लापरवाही का केस भी दर्ज हुआ है। अस्पताल के 140 के करीब मेडिकल स्टाफ को क्वारंटीन किया गया है। दिल्ली कैंसर इंस्टिट्यूट में एक कोरोना पीड़ित की मौत के बाद इलाज बंद कर दिया गया है।
 

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