दिल्ली-NCR में प्रदूषण घटा और हवा में हुआ सुधार, ये है उसकी वजह

नई दिल्ली 
दिल्ली-एनसीआर में रविवार को हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। रविवर को दिल्ली-एनसीआर की एयर क्वालिटी इंडेक्स अब 300 तक पहुंच गया है। दिल्ली के लोगों को प्रदूषण से ये राहत तेज हवाओं के चलते मिली है। हवा की रफ्तार बढ़ने से वातावरण में घुले-मिले प्रदूषक कणों में काफी कमी आई है। इससे वायु गुणवत्ता सूचकांक में शनिवार को पहले की तुलना में 101 अंकों का सुधार हुआ। विशेषज्ञों के मुताबिक अगले दो दिनों तक हवा की रफ्तार ऐसे ही रहने की संभावना है।

पिछले चार दिनों से घुटनभरी और जहरीली हवा में सांस ले रहे दिल्ली के लोगों को शनिवार के दिन राहत मिली। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से चलने वाली चक्रवाती हवाओं ने वातावरण में जमी प्रदूषण की गंदगी को साफ करना शुरू कर दिया है। शुक्रवार के दिन औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 458 के अंक पर था। इसमें तेज हवाओं के चलते काफी सुधार हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक शनिवार के दिन का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 357 के अंक पर रहा। हवा अभी भी बेहद गंभीर श्रेणी में है। लेकिन, एक दिन पहले की तुलना में यह एक बड़ी राहत है। शाम 5 बजे हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 की मात्रा 312 और पीएम 2.5 कणों की मात्रा 192 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर रही जो अभी भी स्वीकृत मानकों से लगभग तीन गुना है।

20 किलोमीटर से ज्यादा रफ्तार : यूं तो चक्रवाती हवाओं के प्रभाव से तेज हवाओं के चलने की शुरुआत शुक्रवार की शाम को ही हो गई थी। लेकिन, हवा ने ज्यादा रफ्तार नहीं पकड़ी थी। शनिवार के दिन हवा की रफ्तार 22 किलोमीटर तक रही। इसके चलते प्रदूषक कणों का बिखराव भी तेज हो गया। सफर के मुताबिक अगले दो दिन हवा की गति 20 से 25 किलोमीटर तक रहने के आसार हैं। इससे वातावरण में मौजूद प्रदूषक कण काफी हद तक साफ हो जाएंगे।

प्रदूषक कणों का बिखराव : शनिवार सुबह तेज धूप निकली रही। इसके चलते भी प्रदूषक कणों का बिखराव तेज हुआ। अगले दो-तीन दिनों में भी ऐसी ही धूप होने का अनुमान है।

कम हुआ पराली का प्रभाव : दिल्ली की हवा में पराली जलाए जाने से पड़ने वाला प्रभाव भी काफी हद तक कम हो गया है। सफर का अनुमान है कि शनिवार को दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी पांच फीसदी तक रह गई है। रविवार को इसके दो फीसदी तक ही रह जाने का अनुमान है।

 
5000 मास्क बांटे 
गैर सरकारी संगठन सोशल फाउंडेशन ने दिल्ली में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के खिलाफ मुहिम चलाई है। फाउंडेशन के अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि संस्था ने सम-विषम के दौरान लोगों को जागरूक करने के साथ करीब 5000 लोगों को मास्क भी बांटे।
 
राहत: उद्यमों के संचालन से रोक हटी
वायु गुणवत्ता में सुधार के बाद कोयला आधारित उद्यमों के संचालन पर लगाई गई पाबंदी को हटा लिया गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के विशेष कार्यबल ने शनिवार के दिन दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति की समीक्षा की। मौसम विभाग की ओर से बताया गया कि हवा की रफ्तार बढ़ने से अगले कुछ दिनों में वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है। इसे देखते हुए विशेष कार्यबल ने फरीदाबाद, गुरुग्राम, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, सोनीपत और बहादुरगढ़ में चलने वाले कोयला आधारित उद्यमों और दिल्ली में चलने वाले वाले गैर पीएनजी उद्यमों को पर्यावरण नियमों का पालन करते हुए चलाने की अनुमति दी है।
 
क्रिकेटर सुरेश रैना ने कहा कि दिल्ली में भारी प्रदूषण स्तर के बीच पिछले कुछ सप्ताह भयानक रहे हैं। मेरे बच्चे को सांस लेने में समस्या हो रही है। प्रदूषण की इस समस्या के समाधान के लिए सामूहिक रूप से काम करने की जरूरत है। 
 
राजनीति छोड़ समस्या का समाधान करें

केजरीवाल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से वायु प्रदूषण की समस्या का समाधान करने के लिए मिलकर काम करने की अपील की है। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि राजनीति छोड़कर समस्या के समाधान पर काम करें। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लगे चौकीदार वाले नारे पर ट्वीट किया था। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि यह समय राजनीति में पड़ने का नहीं है। हम सब सरकारों को मिलकर लोगों को प्रदूषण से राहत दिलवाने पर काम करना चाहिए।
 

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