दिल्ली में रईस को अगवा नहीं कर सके तो गाजियाबाद में उठाया बच्चा 

 
गाजियाबाद

अमीर बनने का सपना पूरा करने के लिए दोस्तों के संग मिलकर पहले तो दिल्ली के किसी अमीर बिजनेसमैन को अगवा करने का प्लान बनाया। दो महीने तक जगह-जगह जाकर रेकी की। कहीं कामयाबी हासिल होती हुई नहीं दिखी, तो गाजियाबाद में 7वीं के एक स्टूडेंट को अगवा कर लिया। बदमाशों को लगा कि वह किसी अमीर घराने का बेटा है। उसके घर पर कॉल करके 2 करोड़ रुपये फिरौती मांगी गई। 10 फरवरी की इस घटना के बाद बच्चे के परिवार ने अपहरणकर्ताओं को बहुत समझाया कि उनकी आर्थिक स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं है। अपनी हैसियत दिखाने के लिए कई विडियो भी उन्हें भेजे। 
 
10 लाख लेकर बच्चे को छोड़ा 
पुलिस ने बताया कि बच्चा तो एक दुकान से अपने स्कूल के लिए मैप लेकर घर लौट रहा था। काफी मशक्कत के बाद बदमाश 10 लाख रुपये लेने पर राजी हुए। 14 फरवरी को बच्चे की मां दिल्ली में अक्षरधाम फ्लाईओवर पर कार से पहुंची। रात ढाई बजे अपहरणकर्ता बाइक पर आए और 10 लाख रुपये लेकर चले गए। सुबह साढ़े पांच बजे उन्होंने बच्चे को नोएडा के सेक्टर 37 में छोड़ दिया। 

फिरौती की रकम लेने के बाद भी परिवार को करते रहे परेशान 
बच्चा सकुशल मिलने पर परिवार के लोग राहत की सांस ले ही रहे थे कि उनका फोन फिर से बजने लगा। अपहरणकर्ता उन्हें फिर से परेशान करने लगे। इसके बाद परिवार के लोग गाजियाबाद पुलिस के पास पहुंचे। उन्होंने दावा किया कि कुछ कॉल पाकिस्तान से भी आई थीं, जिनमें एक करोड़ रुपये की डिमांड की गई थी। इसके बाद पुलिस ऐक्टिव हुई और जाल बिछाकर पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास अपहरण में इस्तेमाल कार, एक बाइक और 8 लाख रुपये भी बरामद हुए। 

अमीर बनने के लिए बनाया सारा प्लान 
पुलिस का कहना है कि गैंग का मास्टरमाइंड प्रमोद है। वह दिल्ली कुछ अमीरों के यहां ड्राइवरी करता था। उनकी लाइफस्टाइल देखकर वह अमीर बनने के सपने देखने लगा। जब मेहनत से सपने पूरे होते नहीं दिखे तो अपहरण का शॉर्टकट प्लान बनाया। आखिरकार पुलिस ने प्रमोद के अलावा प्रदीप, पवन, प्रमोद यादव और सोनू कुमार को गिरफ्तार कर लिया। 
 

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