दिल्ली कांग्रेस में गुटबाजी, आमने-सामने शीला दीक्षित और पीसी चाको

 
नई दिल्ली     

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश कांग्रेस में आपसी गुटबाजी तेज हो गई है. पार्टी प्रभारी पीसी चाको और दिल्ली अध्यक्ष शीला दीक्षित ब्लॉक प्रेसिडेंट भंग करने के मुद्दे पर एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को दिल्ली के सभी नेताओं को एकजुट रहने का निर्देश दिया था मगर 24 घंटे भी नहीं बीते कि शीला और चाको के गुट एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए. दिल्ली में 280 ब्लॉक प्रेसिडेंट भंग करने को लेकर प्रभारी पीसी चाको सहमत नहीं हैं और वह इस बात से नाराज हैं कि 280 ब्लॉक भंग करने को लेकर उन्हें संज्ञान में नहीं लिया गया.

280 ब्लॉक प्रेसिडेंट भंग करने के मुद्दे पर नाखुशी जताते हुए कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल महासचिव वेणुगोपाल से मिला और उनसे शीला दीक्षित के इस कदम की शिकायत की. पूर्व विधायक नसीब सिंह ने कहा कि शीला दीक्षित को हार के बाद अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए.

वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस नेता चतर सिंह और ब्रह्म यादव ने कहा कि ब्लॉक प्रेसिडेंट भंग करना गलत कदम है, क्योंकि सभी ब्लॉक प्रेसिडेंट मेहनत से काम कर रहे थे. सूत्रों के मुताबिक प्रभारी पीसी चाको ने महासचिव वेणुगोपाल और शीला दीक्षित को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर नाराजगी जताई है.

इससे पहले शीला समर्थक नेताओं का प्रतिनिधिमंडल भी प्रभारी पीसी चाको और महासचिव वेणुगोपाल से मिला. दिल्ली कांग्रेस प्रवक्ता जितेंद्र कोचर ने कहा कि ब्लॉक प्रेसिडेंट भंग करना जायज कदम है क्योंकि इसके द्वारा कांग्रेस में नई ताजगी आएगी. दिल्ली कांग्रेस प्रवक्ता हरनाम सिंह ने साफ कहा कि पीसी चाको की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए क्योंकि उनके नेतृत्व में पार्टी कई चुनाव हार चुकी है.

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