‘तीन तलाक’ के मुद्दे पर BJP के कदम से प्रभावित मुस्लिम महिलाएं कमल को देंगी वोट

 
लखनऊ

 देश की राजनीति में उत्तर प्रदेश की बहुत बड़ी भूमिका मानी जाती है। क्योंकि देश का सबसे बड़ा राज्य होने के साथ साथ यहां लोकसभा की सबसे ज्यादा सीटें भी हैं। कहा ये भी जाता है कि प्रधानमंत्री का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है। जिस भी पार्टी को यहां ज्यादा सीटें मिलीं हैं उसी की सरकार केंद्र में बनी है। 2014 लोकसभा चुनाव परिणाम को देखकर इसका अंदाजा बखूबी लगाया जा सकता है। यहां बीजेपी ने 80 में से 73 सीटों पर अप्रत्याशित जीत दर्ज कर दिल्ली की सत्ता पर कब्जा जमाया है। अब 2019 लोकसभा चुनाव में भी सभी पार्टियों की नजरें उत्तर प्रदेश पर गढ़ी हुई हैं।

उत्तर प्रदेश में कई ऐसी सीटें हैं जहां पर मुस्लिम समाज किसी भी हार जीत का फैसला करता है। इस वजह से इस समुदाय को भी लुभाने के लिए सभी पार्टियां कुछ न कुछ ऐसे फैसले लेती हैं, जिससे इस खास वर्ग को अपनी तरफ आकर्षित किया जा सके। ऐसा ही एक फैसला तीन तलाक का है। मोदी सरकार ने तीन तलाक अध्‍यादेश को मंजूरी दे दी है। अध्‍यादेश में मुस्लिम महिलाओं को तीन बार तलाक कहकर शादी तोड़ने की मनाही है। ऐसा करने वालों के खिलाफ सजा का प्रावधान है। जिस पर मुस्लिम महिलाओं ने खुशी जाहिर की थी। वहीं केंद्र सरकार के इस फैसले का परिणाम आज देखने को मिल रहा है।

दरअसल, लखनऊ की 33 वर्षीय मुस्लिम महिला ने परिवार की इच्छा के खिलाफ जाते हुए 6 मई को बीजेपी को वोट देने का ऐलान किया है। 2014 में इस महिला को उसके पति ने बिना कारण बताए शादी के महज 22 दिन बाद तलाक दे दिया था। ब्यूटीशियन का काम करने वाली इस महिला का कहना है कि मोदी सरकार ने 'तीन तलाक' की प्रथा के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत दिखाई है। कोई दूसरी पार्टी तो इस बारे में बात भी नहीं कर रही।

उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हमारी खराब स्थिति को लोगों के सामने रखा। मोदी सरकार ने पेंशन स्कीम से लेकर एलपीजी कनेक्शन तक, हमारे लिए बहुत कुछ किया है। पत्रकार द्वारा पूछे जाने पर कि क्या उसके परिवार या किसी जानने वाले को इन योजना का फायदा मिला है? इस पर महिला ने कहा कि नहीं, लेकिन इससे क्या, मैंने पढ़ा है कि सरकार ने क्या किया है। जिसके चलते मैं जरूर उनको ही वोट करुंगी।

इसी तरह 26 साल की निशात फातिमा ने भी 'तीन तलाक' बिल की वजह से इस बार बीजेपी को वोट देने का फैसला किया है। दो बच्चों की मां निशात को शादी के 5 बरस बाद उनके पति ने फोन पर तीन तलाक दे दिया था। इस संबंध में निशात ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से टि्वटर पर मदद मांगी थी। 'तीन तलाक' पर बीजेपी की तरफ से करवाए गए कई सेमिनार में फातिमा नजर आ चुकी है।

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