डायल 100 पर संकट के बादल, पांच साल की इस योजना पर 632.9 करोड़ रुपए
भोपाल
प्रदेश में 70 लाख से ज्यादा लोगों की मदद कर चुकी डायल 100 पर संकट के बादल छा सकते हैं। इस योजना को मार्च में पांच साल पूरे हो रहे है। योजना को आगे जारी रखने का प्रस्ताव पिछले 6 महीने से राज्य शासन के पास अटका हुआ है। अब तक अटके पड़े प्रस्ताव के पीछे प्रदेश की माली हालत बेहतर न होना माना जा रहा है।
तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने योजना को 1 नवम्बर 2015 में शुरू किया था। इससे पहले कुछ महीने तक यह योजना टायल पर चली थी। उस वक्त पांच साल के लिए यह योजना बनाई गई थी। तब से यह योजना लगातार चल रही है। पांच साल की इस योजना पर 632.9 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। योजना में फिलहाल 1 हजार चार पहिया वाहन (फस्ट रिस्पांस व्हीकल, एफआरवी ) लगे हुए हैं।
पुलिस मुख्यालय ने पांच साल पूरे होने से पहले शासन के पास प्रस्ताव भेजनकर योजना में अब 500 गाड़िया और बढ़ाने की मांग रखी है। यानि पुलिस मुख्यालय अब 1500 एफआरवी के साथ डायल 100 योजना अगले पांच साल चलाना चाहता है। पुलिस मुख्यालय के प्रस्ताव अनुसार योजना जारी रखने के लिए राज्य के खजाने से अब करीब 1200 करोड़ रुपए का भार आएगा। ऐसे में फिलहाल वित्त विभाग इसकी अनुमति नहीं दे रहा है।
इस योजना को आगे बढ़ाने को लेकर डायल 100 के मुख्यालय में लगातार काम चलता रहता है, लेकिन आगे योजना का क्या होगा, इस आशंका के चलते फिलहाल अब यहां पर भविष्य की कार्ययोजना बनना बंद हो गई है।