‘डांस प्लस 5’ के विनर रूपेश बाने ने बयां की दर्द की दास्तां

टेलिविजन डांस रिऐलिटी शो 'डांस प्लस 5' के विनर 19 साल के रूपेश बाने के दर्द की दास्तां 'इंडियन आइडल 11' के विनर सनी हिन्दुस्तानी से कम भी नहीं। जी हां, यही सच है कि मुफलिसी की आग में तपकर कुंदन की तरह चमके हैं रूपेश और सनी। सनी के बारे में तो आप जान ही गए हैं, किस कदर उन्होंने बूट पॉलिश कर और उनकी मां ने गुब्बारे बेचकर घर के लोगों का पेट पाला है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं रुपेश की कहानी, जिसे सुनकर शायद आपको अपनी तकलीफें कम लगने लगे। बता दें कि मुंबई के रहने वाले रूपेश धर्मेश की टीम से हैं।

'जितने भी चीरफाड़ आर्टिस्ट हुए हैं न आज तक, सब भुक्खे, फक्कड़' और यकीन मानिए, फिल्म गली बॉय का यह डायलॉग अपने टैलंट से देश का दिल जीतने वाले डांसर रुपेश बाने और सिंगर सनी हिंदुस्तानी पर एकदम सटीक बैठता है। हाल ही में रिऐलिटी शो 'डांस प्लस 5' के विजेता बने रूपेश और 'इंडियन आइडल 11' की ट्रोफी अपने नाम करने वाले सनी हिंदुस्तानी दो ऐसे नायाब नगीने हैं, जिन्होंने छोटी सी उम्र में सिर से पिता का साया छिन जाने के चलते बेहिसाब गरीबी देखी, मुश्किलें झेलीं, लोगों के ताने सहे, लेकिन जिंदगी से हार नहीं मानी।

लोग कहते थे, तुम हमेशा दूसरों को सलाम ही ठोकोगे'
डांस की दुनिया के टीशर्ट बॉय रूपेश बाने को अब लोग 'डांस प्लस 5' का खिताब जीतकर इस शो की चमचमाती ट्रोफी और 15 लाख रुपए अपने नाम किए, लेकिन कुछ वक्त पहले तक वह डोंबिवली के एक ऐसे लड़के थे, जिसे अपने डांस के चलते लोगों के ताने सुनने पड़ते थे। डांस से अपने रिश्ते और इस सफर के बारे में रूपेश बताते हैं, 'बचपन में मुझे डांस में जरा भी इंट्रेस्ट नहीं था। मैं बस गणपति डांस करता था, लेकिन मम्मी ने मार-मारकर मुझे डांस सिखाया। असल में मम्मी को खुद डांसर बनना था, लेकिन वह नहीं बन पाईं, क्योंकि फैमिली सपॉर्ट नहीं था। फिर उन्होंने मुझे मार-मारकर डांस सिखाया। धीरे-धीरे, मुझे डांस में इंट्रेस्ट आने लगा और मैं कॉम्पिटिशन में पार्ट लेने लगा। फिर, रिऐलिटी शोज में ऑडिशन देने लगा।'

कई रिऐलिटी शोज से बाहर हुआ
रूपेश आगे बताते हैं, 'रिऐलिटी शोज में भी मेरा सफर आसान नहीं रहा। मैं बहुत सारे ऑडिशंस में रिजेक्ट हुआ हूं। मैं 'डीआईडी लिटिल मास्टर' के पहले, दूसरे और तीसरे सीजन से लगातार आउट हुआ। 'डांस दीवाने' के तीसरे राउंड से आउट हुआ। 'डांस प्लस 3' में फर्स्ट राउंड से बाहर हुआ, सीजन 4 में सेकंड राउंड से बाहर हुआ, लेकिन मेरे में बहुत आग थी कि मैं हार नहीं मानूंगा और आखिरकार अब मैं 'डांस प्लस सीजन 5' का विनर बन गया।'

श्रेय उन्हें, जिन्होंने मुझे ताने मारे
रूपेश के मुताबिक, 'मुझे बिल्कुल यकीन नहीं था कि मैं शो जीतूंगा। मुझे यही लगता था कि न जाने कब बाहर हो जाऊं, इसलिए मैं हमेशा अपना बेस्ट देने की कोशिश करता था। धीरे-धीरे कॉन्फिडेंस बढ़ता गया। लोग पहले मुझे टी-शर्ट बॉय कहते थे, क्योंकि मैं अपने डांस में टीशर्ट से खेलता हूं, लेकिन इस शो पर मैंने इतने बड़े-बड़े प्रॉप यूज किए, जो किसी रिएलिटी शो और टीवी पर पहली बार इस्तेमाल हुए।' इस जीत का श्रेय किसे देंगे? इस पर रूपेश कहते हैं, 'अपनी फैमिली और उन सबको, जिसने मुझे ताने मारे। आज उन्हें इस बात का बुरा लग रहा है, यही मेरी सच्ची जीत है।'

मां सिक्यॉरिटी गार्ड हैं, तो लोग ताने मारते थे
रूपेश ने जिंदगी से मिले दर्द को बयां करते हुए कहा, 'हमने बहुत मुश्किल वक्त देखा है, क्योंकि मेरे पापा नहीं थे। उनके जाने के बाद हम तीनों भाई अखबार और अगरबत्ती बेचा करते थे और मेरी मां कपड़े सिला करती थीं। फिर, उनकी सिक्यॉरिटी गार्ड की जॉब लग गई। इस पर भी लोग ताने मारते थे कि तुमलोग जिंदगी भर दूसरों को सलाम ही ठोकोगे, क्योंकि मेरी मां सिक्यॉरिटी गार्ड हैं। कहते थे कि डांस से कुछ नहीं होगा, जॉब करो और कुछ पैसे कमाओ। मैंने 11वीं में पढ़ाई भी छोड़ दी थी, ऐसे में जब मैं ऑडिशंस से आउट होता था, तो कभी-कभी लगता था कि शायद मैं कभी सिलेक्ट नहीं हो पाऊंगा, लेकिन मुझे सबको गलत साबित करना था, इसलिए मैंने खूब मेहनत की।'

इन पैसों से पहले घर ठीक कराउंगा
फ्यूचर प्लान और इनाम की राशि के बारे में रूपेश ने कहा, 'इन पैसों से तो मैं अपना घर थोड़ा ठीक कराऊंगा। अभी मेरे घर की कंडीशन ऐसी है कि किसी को घर बुलाते अच्छा नहीं लगता। फ्यूचर में मुझे डांस में ही आगे बढ़ते रहना है। इसके अलावा, मैंने कुछ मराठी फिल्में भी की हैं। मेरी एक मराठी फिल्म अभी आने भी वाली है, तो वह भी करूंगा।'

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