टैम्पल रन से लेकर रोड-शो तक : मालवा में बीजेपी का गढ़ भेदने के लिए कांग्रेस का प्लान

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का आज मालवा दौरा कई मायनों में महत्वपूर्ण है.वो कांग्रेस की स्टार कैंपेनर हैं. उनके दौरे की मांग विधानसभा चुनाव में भी हुई थी लेकिन तब प्रियंका सक्रिय राजनीति में नहीं आयीं थीं. हालांकि अब वो चुनाव के आख़िरी दौर में मध्य प्रदेश आ रही हैं,लेकिन उनका फोकस मालवा-निमाड़ की 8 सीटों पर रहेगा, जो पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खाते में चली गयी थीं. बाद में उपचुनाव में एक सीट वो जीत पायी. इस बार विधान सभा चुनाव के नतीजे कांग्रेस को उम्मीद जता रहे हैं. उनके दौरे को लेकर कांग्रेसी बेहद उत्साहित हैं.

लोकसभा चुनाव के आखिरी दौर में कांग्रेस पूरा दम खम लगा रही है. यही कारण है कि एमपी में पहली बार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को मैदान में उतारा गया है. वो आ तो रही हैं कांग्रेस के लिए वोट मांगने. लेकिन उनका दौरा पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए भी है. प्रियंका का टैम्पल रन मध्य प्रदेश में भी जारी रहेगा. महाकाल के दर्शन से उनका चुनावी दौरा शुरू हो रहा है, जो जनता को सॉफ्ट हिंदुज्म का संदेश देगा.

प्रियंका पहले उज्जैन में और फिर शाम को इंदौर में रोड-शो करेंगी.इंदौर में प्रियंका गांधी का रोड-शो शाम साढ़े चार बजे राजमोहल्ला चौराहे पर भगत सिंह प्रतिमा से शुरू होगा. जवाहर मार्ग होते हुए गुरुद्वारा इमली साहब के सामने से राजवाड़ा पहुंचेगा. कांग्रेसी जोश से भरे हुए हैं.

सीएम कमलनाथ ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रियंका के दौरे का प्रस्ताव रखा था. कांग्रेस कमेटी ने अब मतदान के आख़िरी दौर में इसे मंज़ूरी दी. प्रियंका के दौरे से कांग्रेस पार्टी को मालवा और निमाड़ के अंतर्गत आने वाली आठ सीटों इंदौर, रतलाम, धार, खरगोन, मंदसौर, देवास, उज्जैन और खंडवा सीटों पर फायदा होने की उम्मीद है. प्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन का दावा है एमपी में बीजेपी से ज्यादा कांग्रेस सीटें जीतेगी. राहुल गांधी दो दिन पहले ही मालवा का दौरा कर चुके हैं और इस हफ्ते वो फिर से आ रहे हैं.

 

बीजेपी पीएम मोदी की सभा के जरिए अपनी ताकत दिखा रही है. मोदी की इंदौर के बाद रतलाम में सभा कराई गयी. उसे उम्मीद है कि इसका असर पूरे मालवा इलाके पर पड़ेगा. पिछले चुनाव में मालवा निमाड़ की सभी 8 लोकसभा सीटें बीजेपी ने जीती थीं. बाद में बीजेपी के दिलीप सिंह भूरिया के निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस रतलाम झाबुआ सीट जीतने में कामयाब हुई थी.इस बार बीजेपी हमलावर नजर आ रही वो 55 साल बनाम 5 साल की बात कह रही है.

हालांकि बीजेपी का गढ़ माने जाने वाले मालवा निमाड़ को विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने ध्वस्त कर दिया था. इससे बीजेपी परेशान है. यही कारण है कि इस लोकसभा चुनाव में दोनों ही पार्टियां पूरा जोर लगा रही हैं. बीजेपी जहां मोदी की सभा के ज़रिए कार्यकर्ताओं में जोश भर रही है, वहीं कांग्रेस प्रियंका गांधी के सहारे है.

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