झूठ गिना कांग्रेस अध्यक्ष पर साधा निशाना, राफेल पर राहुल गांधी के दावों पर बीजेपी का ट्वीट वार

नई दिल्ली 
लोकसभा चुनाव के नजदीक होने के मद्देनजर कांग्रेस राफेल मुद्दे को लेकर सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर हमले तेज कर रही है। इस पर पलटवार करने में बीजेपी भी कहीं पीछे नहीं रहना चाहती है। इसी सिलसिलए में बीजेपी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 'लायर राहुल' हैशटैग से सिलसिलेवार कई ट्वीट कर कांग्रेस अध्यक्ष राफेल पर बोले गए झूठ गिनाए हैं। राहुल गांधी के सभी आरोपों को झूठ करार देते हुए बीजेपी ने जवाब दिया है। शुक्रवार को ही एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी पर राफेल में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। बीजेपी ने ट्वीट में तंज कसते हुए कहा कि राहुल को झूठ बोलने का नोबेल पुरस्कार दिया जाना चाहिए। 
 
राफेल पर बीजेपी ने राहुल गांधी के कुल 10 झूठ गिनाए और उनका सिलसिलेवार जवाब भी दिया। आइए देखते हैं राहुल पर झूठ के आरोप और उनके जवाब… 

झूठ नंबर 1: #लायरराहुल ने फ्रेंच मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट को तोड़ मरोड़ कर यह दावा किया कि दसॉ पर भारत के साथ डील के लिए रिलायंस को ऑफसेट पार्टनर बनाने का दबाव डाला गया। 

तथ्य: सुप्रीम कोर्ट और दसॉ के सीईओ ने ही इस बारे में स्पष्ट कहा है कि भारत सरकार की तरफ से ऑफसेट पार्टनर चुनने के लिए कोई दबाव नहीं डाला गया। 
 
झूठ नंबर 2: राहुल ने घटिया स्तर का भ्रामक प्रचार किया और झूठ बोला कि डील के संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने अनियमितता पकड़ी। न्यायिक विषय पर ऐसा भ्रामक प्रचार बेहद घटिया है। 

तथ्य: सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस की कठपुतलियों के हाथों दायर की गई याचिका को रद्द कर दिया और कहा कि इस डील में कोई अनियमितता नहीं हुई है। 

झूठ नंबर 3: #लायरराहुल का दावा है कि राफेल डील पर असहमति दर्ज करने के लिए एमओडी ने एक वरिष्ठ अधिकारी को 'सजा' दी थी। 

तथ्य: राहुल के झूठ का पर्दाफाश हो गया जब खुद अधिकारी ने मीडिया के सामने आकर ऐसी किसी 'सजा' से इनकार किया। 

झूठ नंबर 4: #लायर राहुल का कहना है कि पूर्व फ्रेंच-प्रेजिडेंट होलांद ने पीएम मोदी को चोर कहा था और भारत सरकार ने डील में रिलायंस को ऑफसेट पार्टनर बनाने के लिए कहा था। 

तथ्य: खुद होलांद ने ऐसे किसी आरोप से इनकार किया है। फ्रेंच सरकार ने इस संबंध में आधिकारिक बयान भी जारी किया है। 

झूठ नंबर 5: #लायरराहुल ने तो यहां तक संसद में भी झूठ बोला था कि फ्रेंच प्रेजिडेंट मैक्रों से वह व्यक्तिगत तौर पर मिले। मैक्रों ने उन्हें बताया कि राफेल डील में गोपनीयता की कोई शर्त नहीं है। 

तथ्य: फ्रेंच सरकार ने इस झूठ के खिलाफ भी बयान जारी किया था और कहा कि दोनों पक्षों के बीच गोपनीय सूचनाओं को साझा नहीं करने का समझौता हुआ है। 

झूठ नंबर 6: #लायरराहुल ने यूपीए सरकार के दौरान हुई डील में एयरक्राफ्ट की कीमत अलग-अलग बताई। 
• संसद में, वह 520 करोड़ बोले 
• कर्नाटक में, वह 526 करोड़ बोले 
• राजस्थान में, उन्होंने 540 करोड़ बताया 
• दिल्ली में, उन्होंने 700 करोड़ बताया 

निष्कर्ष: झूठ बोलने का नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए। 
झूठ नंबर 7: #लायरराहुल ने दावा किया कि मोदी सरकार की प्रक्रिया सेना के अधिकार और मनोबल को गिरानेवाली थी। 

तथ्य: माननीय सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा, 'हमें इस प्रक्रिया में किसी तरह की अनियमितता का संदेह नहीं है और हम संतुष्ट हैं।' 

राफेल डील में शामिल थे पीएम मोदी: राहुल गांधी

झूठ नंबर 8: #लायरराहुल ने कहा कि यूपीए में इस डील को 526/520/540 (एक जगह, एक दाम) तक नेगोशिएट किया, वहीं एनडीए ने इस डील को 1,600 करोड़ रुपये में तय किया। 

निष्कर्ष: झूठे सेब और नारंगी के बीच तुलना करना चाहते हैं। एनडीए सरकार ने बेहतर प्राइस नेगोशिएशन किया और तय की गई कीमत पूरे परिचालन पैकेज वाले राफेल विमान की है। 
झूठ नंबर 9: राहुल ने कहा 36 एयरक्राफ्ट निर्माण का उद्देश्य राजनीतिक 'मित्रों' (पॉलिकिटल 'क्रोनीज') को लाभ पहुंचाना है और इससे एयरफोर्स को नुकसान पहुंचा है। 

तथ्य: माननीय सुप्रीम कोर्ट ने कहा, 'फैसला सेना के आधुनिकीकरण के मकसद को ध्यान में रखकर लिया गया है। यह फैसला सेना की क्षमता को बढ़ाने वाला है और इससे वायु सेना भी खुश है।' 

झूठ नंबर 10 में बीजेपी ने 'द हिंदू' अखबार का जिक्र कर राहुल पर वार किया है और कांग्रेसियों को फोटोशॉपर्स बताया है।

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