जेपी की दौड़ से हटेंगे वालिया

 मुंबई 

सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज के सह-प्रवर्तक सुधीर वालिया की कंपनी सुरक्षा ऐसेट रीकंस्ट्रक्शन जेपी इन्फ्राटेक के अधिग्रहण की दौड़ से बाहर हो सकती है। मामले से जुड़े सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। इससे पहले सुरक्षा एआरसी ने मुंबई की रियल एस्टेट कंपनी दोस्ती रियल्टी के साथ मिलकर जेपी के लिए बोली लगाने की योजना बना रही थी।

सन फार्मा को लेकर चल रही समस्याओं की वजह से बोली से पीछे हटने पर विचार किया जा रहा है। दरअसल हाल के दिनों में सन फार्मा के शेयर में खासी गिरावट आई है और सितंबर से अब तक कंपनी का शेयर करीब 37 फीसदी टूट चुका है। सूत्रों ने कहा, 'वालिया शायद ही दिवालिया प्रक्रिया में गई जेपी के लिए बोलीदाता के तौर पर आगे बढ़ना चाहेंगे।'

कंपनी में कारोबारी संचालन में खामी को लेकर व्हिसलब्लोअर द्वारा की गई कथित शिकायत की खबरों से पिछले हफ्ते सन फार्मा का शेयर 6 साल के निचले स्तर पर आ गया था। हालांकि सन फार्मा ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है।  घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों के मुताबिक जेपी इन्फ्राटेक के लिए सभी बोलीदाताओं की समाधान योजना 27 जनवरी तक सौंपी जानी है लेकिन सुरक्षा एआरसी और दोस्ती रियल्टी के संयुक्त उपक्रम की बोली शायद ही आए क्योंकि दोनों कंपनियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

एक अन्य सूत्र ने बताया, 'सुरक्षा रियल्टी के डेट निवेशकों ने हाल ही में कंपनी से कहा था कि वह शेयरों का मूल्यांकन बढ़ाए। ऐसा इसलिए कहा गया है क्योंकि सन फार्मा और सन फार्मा एडवांस्ड रिसर्च के शेयरों में काफी गिरावट आई है। उधर, ऋणदाता जेपी इन्फ्राटेक के लिए आक्रामक बोली लगने की उम्मीद कर रहे हैं।' जेपी इन्फ्राटेक के पास यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों किनारों पर काफी मात्रा में जमीन है। कंपनी ने करीब 9,913 करोड़ रुपये के कर्ज भुगतान में चूक की है जिसके बाद ऋणदाता दिवालिया संहिता के तहत उसे राष्ट्रीय कंपनी लॉ पंचाट में ले गए। 

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