जेट का संकट बना जानलेवा, आर्थिक तंगी के तनाव में टेक्नीशियन ने छत से कूदकर दी जान

 
नई दिल्ली   
     
बंद होने की कगार पर खड़ी एयरलाइंस कंपनी जेट एयरवेज के कर्मचारी अब जान देने को मजबूर हो रहे हैं. मुंबई में जेट के एक सीनियर टेक्निशियन ने शनिवार दोपहर को अपनी इमारत की छत से कूदकर खुदकुशी कर ली. कहा जा रहा है कि वह कैंसर की बीमारी और आर्थिक तंगी के चलते बेहद तनाव में थे. खुदकुशी करने वाले जेट एयरवेज कर्मचारी की पहचान शैलेश सिंह के रूप में हुई है, उनकी उम्र 45 साल थी. उन्होंने पालघर के नालासोपारा ईस्ट इलाके स्थित 4 मंजिला इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली.   

तुलिंजी पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक डेनियल बेन ने कहा, ‘शैलेश सिंह कैंसर से पीड़ित थे और गहरी पीड़ा में थे. इस हफ्ते की शुरुआत में कीमो थेरेपी के बाद उन्हें एक अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी. उन्होंने शुक्रवार दोपहर अपनी जीवन लीला समाप्त की.’ वहीं एक सवाल के जवाब में डेनियल बेन ने कहा कि पुलिस को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि जेट संकट के कारण सिंह का परिवार किसी तरह के आर्थिक तंगी का सामना कर रहा है.

शैलेश सिंह के परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटे और दो बेटियां हैं. उनका एक बेटा जेट एयरवेज के संचालन विभाग में कार्यरत है, जिसे कंपनी में अस्थाई निलंबन के कारण कोई वेतन नहीं मिल रहा था. पुलिस ने दुर्घटनावश मौत का एक मामला दर्ज किया है, और जांच जारी है.

आर्थिक तंगी के कारण, शैलेश कुमार सिंह ने शनिवार को दोपहर 13.20 बजे नालासोपारा ईस्ट इलाके में अपने चार मंजिला निवास की छत से छलांग लगा दी. जेट एयरवेज द्वारा अपने संचालन को निलंबित करने के बाद यह पहला मामला है.

वहीं शनिवार को ही कंपनी के कर्मचारियों और उनके परिवारों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर कैंडल मार्च निकालते हुए अपनी पीड़ा को जाहिर किया था. बता दें कि आर्थिक संकट से जूझ रही एयरलाइंस कंपनी जेट एयरवेज के कर्मचारियों को कई महीनों से वेतन नहीं मिला है.
 
गौरतलब है कि एयरलाइंस कंपनी जेट एयरवेज कुछ माह पहले तक 120 से ज्यादा विमानों का परिचालन कर रहा थी, लेकिन अब आर्थिक तंगी के कारण उसका परिचालन बंद पड़ा है. उसके कर्चमारियों को वेतन भी नहीं मिल पा रहा है. इसी बीच जेट एयरवेज के कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मामले में दखल देने की मांग करते हुए 20,000 लोगों की नौकरियां बचाने की अपील की थी.   

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