जुबां पर एक ही सवाल, आखिर कश्मीर में क्या होने वाला है

नई दिल्ली 
कुछ समझ नहीं आ रहा है। बस यही लग रहा है कि कुछ बड़ा होने वाला है।' शॉल व्यापारी और पर्यटन से जुड़े नजीर लोन के ये शब्द घाटी में पसरी चिंता को बयां करने के लिए काफी हैं। नजीर कुछ दिन पहले ही दिल्ली से अपने घर बडगाम लौटे थे। उन्हें उम्मीद थी अमरनाथ यात्रा के दौरान अच्छा कारोबार होगा। मगर अब यहां अनजाना सा डर भी सता रहा है। 

नजीर ने मौजूदा हलचल के बारे में बताया कि दिखने में सब यहां सामान्य सा है। मगर हर कोई असमंजस की स्थिति से गुजर रहा है। आशंकाओं से घिरे होने की वजह से एटीएम पर लंबी कतारें लगी रहती हैं। सुबह बैंक कर्मचारी एटीएम में नकदी डालते हैं और दोपहर होते-होते ये खाली हो रहे हैं। 

नजीर ने आगे बताया कि बडगाम में कल पेट्रोल पंप भी बंद हो गए थे। रविवार सुबह पेट्रोल-डीजल की फिर से आपूर्ति होने के बाद इन्हें खोला जा सका है। कुछ लोगों ने तो 4-5 महीने तक का राशन जमा कर लिया है। श्रीनगर के अब्दुल ने कहा, ‘हर जुबां पर बस एक ही सवाल, आखिर क्या होने वाला है?' अब्दुल ने बताया कि मस्जिद में नमाज पढ़ने से पहले इकट्ठा होने वाले लोग इस बारे में बात कर रहे हैं। बाजार में घूमते हुए लोगों में भी बस यही चर्चा है कि आखिर मसला क्या है। उन्होंने बताया कि सब कुछ सही दिख रहा था, पर अचानक से हलचल तेज हो गई। 

‘शुक्र है अभी कश्मीर में शांति तो है’ 
कश्मीर के पहलगाम में रहने वाले शब्बीर भी उत्तर भारत के कई शहरों में शॉल का व्यापार करते हैं। बात हुई, तो वह इस बात से संतुष्ट थे कि पहलगाम में श्रीनगर की तुलना में शांति है। उन्होंने बताया, ‘अल्लाह का शुक्र है कि यहां अभी तक सब कुछ सामान्य है। अफवाहें तो हैं पर अफरातफरी की स्थिति नहीं है। हालांकि पेट्रोल पंप और एटीएम पर कतारें लगने की बात उन्होंने भी कही।

कई किलोमीटर लंबा जाम 
कश्मीर से दिल्ली आने वाले हाईवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया हैं। जाम का कारण बड़ी संख्या में यात्रा के लिए बेस कैम्प तक पहुंची गाड़ियों का एक साथ वापस भेजना है। हाईवे पर इन गाड़ियों के चलते जाम की स्थिती पैदा हो गई है। जाम के चलते कई कई घंटों तक लोगों को सड़कों पर गुजारने पड़ रहे हैं।

दिल्ली तक पहुंचने में लग गए 40 घंटे
कश्मीर में चल रही अमरनाथ यात्रा को बीच में ही बंद करने के सरकार के फैसले के बाद कश्मीर से लौट रहे लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा हैं। .

रविवार शाम को कश्मीर से दिल्ली लौटे विकास शर्मा ने बताया, वह साथियों के साथ बालटाल में भंडारा लगाए हुए थे। पर भंडारे को बंद कर उन्हें वापस जाने का आदेश दिखाया गया। वह साथियों के साथ शनिवार सुबह 4 बजे कश्मीर से दिल्ली के लिए चले। दिल्ली पहुंचने में उन्हें 40 घंटे से ज्यादा का समय लग गया। अचानक यात्रा बंद करने से सड़कों पर जाम की स्थिती हो गई है। 

सभी कैंप खाली कराए गए : शिव गौरी सेवा मंडल के अध्यक्ष विकास शर्मा ने बताया कि गुरुवार शाम को श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने अमरनाथ यात्रा को सुरक्षा कारणों के चलते बीच में ही रोकने का आदेश दिया। अधिकारियों ने यात्रियों के लिए बनाए गए सभी बेस कैंप और भंडारों को खाली करा लिया। कैंपों में मौजूद लोगों अपने अपने गृह राज्यों में लौटने लगे। 

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