जरूरत पड़ने पर ही मास्क लगाएं, सही तरीके से डिस्पोज भी करें: डॉक्टर्स

 
नई दिल्ली

कोरोना वायरस ड्रॉपलेट्स से फैलता है। इसलिए इस वायरस से बचाव के लिए हर किसी को मास्क की जरूरत नहीं है। मास्क की जरूरत उन लोगों को है, जिन्हें सर्दी-खांसी है, जिससे छींकते या फिर खांसते वक्त इनके मुंह से ड्रॉपलेट्स बाहर ना आ पाएं। लेकिन इन दिनों हर कोई मास्क लगाए घूम रहे हैं।
 कुछ लोग तो एक ही मास्क कई दिनों तक इस्तेमाल कर रहे हैं। कोरोना महामारी से बचाव का यह तरीका अन्य दूसरी बीमारी को बढ़ावा दे सकता है। इसके अलावा अगर आप इस्तेमाल किए हुए मास्क को सही ढंग से डिस्पोज नहीं करते हैं और उसके कहीं भी इधर-उधर फेंक देते हैं तो इससे अन्य लोगों में बीमारी फैल सकती है। इसलिए मास्क जरूरत पड़ने पर ही लगाएं और अगर लगाएं तो इसे सही से डिस्पोज भी करें।

मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज की कम्यूनिटी मेडिसिन की एचओडी डॉ. नंदिनी शर्मा ने बताया कि मास्क का मिसयूज नहीं करना चाहिए। अगर इसी तरह मिसयूज होता रहा तो जरूरत पड़ने पर ये उपलब्ध नहीं होंगे। मास्क सिर्फ मरीजों के लिए हैं, चाहे वो कोरोना संक्रमित हों या संदिग्ध हों। या फिर जिन्हें नॉर्मल सर्दी, खांसी है वे लोग लगाएं, ताकि छींकते-खांसते वक्त उनके मुंह से निकलने वाले ड्रॉपलेट्स अन्य किसी पर या वातावरण में ना जाएं।

इसके अलावा जो लोग इलाज में लगे हुए हैं उन्हें मास्क पहनने की जरूरत है। बाकी किसी को भी नहीं। क्योंकि यह वायरस एयरबॉर्न नहीं है यानी यह हवा में नहीं फैलता। यह केवल खांसने और छींकने से निकलने वाले ड्रॉपलेट्स के फैलने से होता है।

बार-बार न छुएं मास्क
डॉ. नंदिनी ने कहा कि अगर कोई मास्क पहन रहा है तो इस बात का ख्याल रखना बहुत जरूरी है कि मास्क कैसे पहनें? अगर बार-बार मास्क छू रहे हैं तो मास्क के सामने वाले हिस्से में जो भी संक्रमण आ कर ठहर रहा है वह हाथ में आ सकता है। वहां से जहां-जहां आपका हाथ जाएगा, वहां-वहां वह वायरस फैलेगा। इसलिए मास्क पहनें तो बार-बार छुएं नहीं। यही नहीं एक बार मास्क लगाएं तो फिर दोबारा उसे इस्तेमाल ना करें। उसे डिस्पोज करें। अगर मास्क आप लेकर घर चले गए तो उसके साथ वायरस भी लेकर चले जाएंगे। इसलिए मास्क पहनने के बाद दोबारा ना पहनें और उतारने के बाद सही से डिस्पोज करें।

ऐसे करें डिस्पोज
इन्फेक्शन एक्सपर्ट डॉ. नरेंद्र सैनी ने कहा कि ड्रॉपलेट्स में अगर वायरस है तो उसे मास्क रोक रहा है। अगर वह मास्क सही से डिस्पोज नहीं होगा तो जो उसे टच करेगा उसमें वह वायरस पहुंच जाएगा। चूंकि यह वायरस अलग-अलग सरफेस में 5-7 घंटे से 48 घंटे से भी ज्यादा समय तक जिंदा रह सकता है।

इसलिए इसे सही से डिस्पोज किया जाना बहुत जरूरी है। इसके लिए यूज किए गए मास्क के ऊपर सेवलॉन या डिटॉल की कुछ बूंदें डाल दें, जिससे वह खत्म हो जाएगा और फिर उसे एक अलग पॉलिथीन में बंद करके फेंके।
 

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