छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी का था वादा,अब दो घंटे ज्यादा शराब बेचेगी सरकार
रायपुर
छत्तीसगढ़ में शराब बिक्री को लेकर सरकार ने एक फैसला किया है. आबकारी विभाग ने राजधानी रायपुर में शराब बेचने के समय में बड़ा बदलाव किया है. अब रायपुर में दो घंटे अधिक शराब बेचने का फैसला लिया गया है. मालूम हो कि अब तक दोपहर 12 बजे से रात 9 बजे तक ही दुकानें खुली रहती थी. अब बदले नियम के मुताबिक सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक शराब दुकानों को खुला रखने का निर्देश जारी किया गया है. मालूम हो कि सूबे में पूर्ण शराब बंदी की मांग लगातार चल आई है मांग. सत्ता में आने से पहले शराब कई प्रदेश के राजनीतिक दलों का अहम चुनावी मुद्दा भी बना रहा. कांग्रेस ने भी शराबबंदी को एक मुद्दे के तौर पर पेश किया था. गौरतलब हो कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में पूर्व शराबबंदी का वादा किया था और इस मुद्दे को अपने चुनावी घोषणा पत्र में भी शामिल किया था. लेकिन सत्ता में आते ही इसी कांग्रेस की सरकार ने शराब की बिक्री पर फैसला दे दिया है. लिहाजा आबकारी विभाग की इस नई नीति पर सवाल खड़े हो जाना लाजमी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रायपुर में शराब दुकानों में राजस्व का टारगेट पूरा करने के लिए ये फैसला लिया गया है. साथ ही कई जगहों पर सेल्स काउंटरों की संख्या बढ़ाने की भी बात सामने आ रही है.
शराब पर सियासत शुरू
सरकार के इस फैसला पर अब जमकर सियासत शुरू हो गई है. भाजपा ने जहां इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की है वहीं कांग्रेस पर सरकार का पक्ष ले रही है. इस पूरे मामले में भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास का कहना है कि सरकार परिवारों के टूटने की चिंता नहीं कर रही बल्कि शराब के बोतल टूटने की चिंता कर रही है. लोगों को गुमराह किया जा रहा है. समय बढ़ाकर सरकार ने अपनी मंशा जाहिर कर दी कि वो शराबबंदी नहीं करने वाले. भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस ने वोट बटोरने के लिए शराब बंदी की बात कही थी. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद का कहना है कि भाजपा को शराब के मुद्दे पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है. भाजपा सरकार के समय में ही प्रदेश शराब के सर्वाधिक खपत वाला राज्य बना था. हमारी सरकार खपत कम हो इस दिशा में काम कर रही है. साथ ही शराबबंदी के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है. ये निर्णय प्रशासनिक निर्णय है.