चेचक के चकत्तों से भरा, कलाकारों के परिवार का मुखिया मुसद्दीलाल
नई दिल्ली
बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में जगह बना पाना किसी के लिए भी आसान बात नहीं होती है. लंबी कद-काठी, गोरा रंग और दमदार आवाज वाले लोगों को भी इंडस्ट्री में जगह बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है. मगर कुछ कलाकार अपवाद भी होते हैं. ऐसा ही एक नाम है पंकज कपूर. पंकज कपूर वो एक्टर जिसने इंडस्ट्री में भले ही ज्यादा फिल्में ना कीं हों, या अधिकतर फिल्मों में सपोर्टिव रोल में नजर आएं हों, मगर जितनी भी कीं उसमें उनकी एक्टिंग की खूब प्रशंसा हुई. चेचक के चकत्ते से भरा चहरा, और छोटा कद, पंकज के लिए फिल्मों में काम करना इतना आसान नहीं था. इसके बावजूद भी उन्हें जो कामयाबी हासिल हुई वो सबके नसीब में नहीं होती है. पंकज कपूर के जन्मदिन पर जानिए उनके बारे में कुछ खास बातें.
पंकज कपूर का जन्म 29 मई, 1954 को पंजाब के लुधियाना में हुआ था. उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से एक्टिंग की शिक्षा ली. 1982 में गांधी फिल्म से उन्होंने करियर की शुरुआत की. इसके बाद से उन्होंने एक एक्टर, स्टोरी राइटर, स्क्रीन राइटर और डायरेक्टर के तौर पर काम किया. गांधी फिल्म के बाद उनकी लोकप्रिय फिल्मों में जाने भी दो यारों, मंडी, एक डॉक्टर की मौत, चमेली की शादी, एक रुका हुआ फैसला, रोजा, मकबूल, दि ब्लू अम्ब्रैला और फाइंडिंग फैनी जैसी फिल्मों में काम किया.
उन्होंने विलेन, कॉमेडियन लीड और सपोर्टिंग, लगभग हर तरह के रोल बेखूबी प्ले किए. पंकज कपूर के अलावा ओम पुरी ही एक ऐसा कलाकार रहे जिन्होंने चेचक के चकत्तों से मुंह पे पड़े धब्बों के बाद भी अपने अभिनय से ऐसा कमाल किया कि लोगों ने इन कलाकारों को पूरे दिल से स्वीकारा. पंकज कपूर ने अपनी एक्टिंग और एक्टिंग के प्रति अपने जुनून को इस कदर बरकरार रखा कि अपने चहरे को कभी भी अपने करियर पर हावी नहीं होने दिया.
पर्सनल लाइफ की बात करें तो पंकज कपूर ने दो शादियां कीं. उन्होंने पहली शादी नीलिमा अजीम से साल 1965 में की थी. ये शादी 1974 को टूट गई. इसके बाद उन्होंने दीना पाठक की बेटी और एक्ट्रेस सुप्रिया पाठक से साल 1988 में शादी की. पंकज कपूर के बेटे शाहिद कपूर फिल्मों में काम कर रहे हैं. शाहिद ने बॉलीवुड में अपनी एक पहचान बना ली है.