चिराग-सात्विक की जोड़ी की नजरें विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने पर

नयी दिल्ली
थाईलैंड ओपन के साथ करियर का पहला बीडब्ल्यूएफ सुपर 500 खिताब जीतने के बाद उत्साह से भरी चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी की जोड़ी की नजरें अगले हफ्ते होने वा ली विश्व चैंपियनशिप में पदक पर टिकी हैं। चिराग और सात्विकसाईराज पिछले रविवार को बीडब्ल्यूएफ सुपर 500 खिताब जीतने वाी भारत की पहली युगल जोड़ी बनी और इस सफलता की बदौलत शीर्ष 10 में जगह बनाने में भी सफल रही। चिराग और सात्विकसाईराज की सफलता इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उस टूर्नामेंट में दुनिया की शीर्ष 10 जोड़यिों में से नौ खेल रही थी। भारतीय जोड़ी ने बैंकाक में फाइनल में ली जुन हुई और ल्यु यू चेन की गत विश्व चैंपियन जोड़ी को हराया। चिराग ने कहा कि इस प्रदर्शन से उन्हें विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने का आत्मविश्वास मिला है।

चिराग ने कहा कि विश्व चैंपियनशिप अगले हफ्ते है और इस प्रतियोगिता से पहले हमने अच्छा प्रदर्शन किया है। अधिकतर शीर्ष खिलाड़यिों ने थाईलैंड में हिस्सा लिया था। हमें पता है कि हम प्रबल दावेदार के रूप में नहीं उतरेंगे लेकिन इससे (थाईलैंड में खिताब) पदक जीतने की उम्मीद जागी है। उन्होंने कहा कि हमारे अंदर विश्व चैंपियन बनने की क्षमता है। थाईलैंड ओपन का स्तर ऊंचा था। यह आसानी से विश्व चैंपियनशिप के स्तर का था इसलिए मुझे लगता है कि हमारे पास पदक जीतने का मौका है। इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत चिराग और सात्विकसाईराज की जोड़ी सात स्थान की छलांग के साथ विश्व रैंंिकग में नौवें स्थान पर पहुंचने में सफल रही। चिराग ने कहा कि उनकी नजरें अब साल के अंत तक शीर्ष 10 में जगह बरकरार रखने पर टिकी हैं जिससे कि तोक्यो ओलंपिक में जगह बनाना सुनिश्चित हो सके। मुंबई के 22 साल के चिराग ने कहा कि अगले छह महीने में लक्ष्य शीर्ष 10 में जगह बरकरार रखना है। यह काफी मुश्किल होगा हमने अधिकांश अंक पिछले साल सितंबर से दिसंबर के बीच में टूर्नामेंटों से हासिल किए हैं। उन्होंने कहा कि हमें टूर्नामेंटों के क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में जगह बनानी होगी और खिताब जीतने का प्रयास भी करना होगा, इससे हमें अगले साल की शुरुआत में शीर्ष पांच में जगह बनाने का मौका मिलेगा।

चिराग ने कहा कि अगर इस साल के अंत तक हम शीर्ष 10 में रहते हैं तो हम तोक्यो ओलंपिक क्वालीफिकेशन से पूर्व शीर्ष 10 में रहेंगे क्योंकि अगले साल की शुरुआत में हमें रैंंिकग अंक का बचाव नहीं करना होगा क्योंकि इस साल हम जनवरी से अप्रैल के बीच में नहीं खेले। यह जोड़ी फें्रच ओपन सुपर 750 के सेमीफाइनल, चीन ओपन सुपर 750 के क्वार्टर फाइनल और सैयद मोदी इंटरनेशल के फाइनल में पहुंची जिसके बाद सात्विकसाईराज की चोट के कारण उन्हें चार महीने के लिए टूर्नामेंटों से दूर रहना पड़ा।
 

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