चिन्मयानंद केस : छात्रा की गिरफ्तारी पर स्वरा भास्कर और ऋचा चड्ढा ने दिया ये बयान

 मुंबई                                                                                                                                                                                                                   
पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा को रंगदारी मांगने के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया। छात्रा पर पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप है। इस खबर से बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर और ऋचा चड्ढा ने खासा परेशान दिखाई दे रही हैं।

एक पत्रकार ने इस खबर को लेकर ट्वीट किया जिस पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए ऋचा ने लिखा, “क्या हो क्या रहा है?” इसके बाद स्वरा भास्कर ने इस खबर को लेकर ट्वीट किया, “बेटी इन्हीं से बचाओ!! शर्मनाक!!”
 
वहीं, गिरफ्तार हुई शाहजहांपुर की छात्रा ने आरोप लगाया है कि चिन्मयानंद ने उसके साथ एक साल से अधिक समय तक दुष्कर्म किया। स्वरा भास्कर और ऋचा चड्ढा को अक्सर सामाजिक मुद्दों को लेकर खुलकर बात करने और आवाज उठाते हुए देखा गया है।
 
'रंगदारी मांगने की योजना में छात्रा की भूमिका प्रमुख थी'
चिन्मयानंद से 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने के मामले में एसआईटी ने छात्रा की भूमिका प्रमुख बताई है। बुधवार को प्रेस कान्फ्रेंस में एसआईटी में शामिल एसपी भारती सिंह ने बताया कि एसआईटी ने जो जांच की, उसमें संजय सिंह, विक्रम सिंह और सचिन सेंगर केवल मोहरे थे। इन तीनों युवकों ने एसआईटी को बयान दिए हैं, उसके आधार पर रंगदारी मांगने की पूरी योजना में छात्रा की भूमिका ही सबसे महत्वपूर्ण थी। भारती सिंह ने बताया कि सबूत के तौर पर जो वीडियो एसआईटी को दिया गया, उसमें भी संजय सिंह यही कहता है कि उसने मिस ए के कहने पर ही मैसेज भेजा था। इस बात पर सचिन सेंगर दोनों को फटकारता हुआ भी वीडियो में कैप्चर हुआ था। फोरेंसिक जांच में यह वीडियो सही पाया गया।

गैंग के रूप में काम कर रहे थे सब
इससे पहले एसआईटी चीफ आईजी नवीन अरोड़ा ने बताया था कि 17 अगस्त के बाद से मिस-ए यानी छात्रा, संजय सिंह, विक्रम सिंह, सचिन सेंगर की मौजूदगी लगभग एक साथ थी। इसका सर्विलांस के जरिए, सीसीटीवी फुटेज, टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज, होटलों में रुकने आदि से ही पता लगता है। रंगदारी मांगने से पहले ही छात्रा और उसके साथियों को शाहजहांपुर से चले जाना, 22 अगस्त को मैसेज भेजने के बाद पुलिस के सक्रिय होने पर 24 अगस्त को फेसबुक पर वीडियो वायरल करना, यह सब सिलसिलेवार जांचा परखा गया। इसके बाद बयान लिए गए। वीडियो की फोरेंसिक जांच कराई गई। बहुत कुछ ऐसे साक्ष्य मिले जो यह साबित करते थे कि चिन्मयानंद से छात्रा और उसके साथियों ने रुपया मांगा।

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