चमकी बुखार से आज एक और बच्चे की मौत, मुजफ्फरपुर में मरने वालों का आंकड़ा पहुंचा 132
मुजफ्फरपुर
बिहार के मुजफ्फरपुर में बुधवार को चमकी बुखार से एक और बच्चे की मौत हो गई। इसके साथ ही मुजफ्फरपुर में मरने वाले बच्चों की संख्या 132 हो गई है। बीते एक महीने से बिहार में चमकी बुखार का कहर देखने को मिल रहा है। अब तक पूरे बिहार में 163 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है। वहीं लोकसभा में इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कुछ भी न बोलने पर राज्य की सियासत गरमा गई है।
चमकी बुखार से हो रही बच्चों की मौत के मामले को लेकर राज्य सरकार सवालों के घेरे में आ चुकी है। बच्चों की मौत से लोग नाराज हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले को लेकर केंद्र और बिहार सरकार से जवाब मांगा है। इस मामले को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा है।
क्या है इंसेफेलाइटिस
यह एक दिमागी बुखार है जो कि वायरल संक्रमण की वजह से फैलता है। यह मुख्य रुप से गंदगी में पनपता होता है। जैसे ही यह हमारे शरीर के सपंर्क में आता है वैसे ही यह दिमाग की ओर चला जाता है। यह बीमारी ज्यादातर 1 से 14 साल के बच्चे एवं 65 वर्ष से ऊपर के लोग इसकी चपेट में आते हैं।
ये हैं बीमारी के लक्षण
डॉक्टरों का कहना है कि इससे बुखार, सिरदर्द, ऐंठन, उल्टी और बेहोशी जैसी समस्याएं पैदा हो जाती हैं। रोगी का शरीर निर्बल हो जाता है। वह प्रकाश से डरता है। कुछ रोगियों के गर्दन में जकड़न आ जाती है। डॉक्टरों के अनुसार, कुछ रोगी लकवा के भी शिकार हो जाते हैं।
इंसेफेलाइटिस से बचने के तरीके
इंसेफेलाइटिस से बचने के लिए समय से टीकाकरण करवाना चाहिए। आसपास साफ-सफाई रखनी चाहिए। गंदे पानी के संपर्क में आने से बचना चाहिए। इस बीमारी से बचने के लिए मच्छरों से बचाव करें और घरों के आस पास पानी न जमा होने दें। बारिश के मौसम में बच्चों को बेहतर खान-पान दें।