गुलाम नबी आजाद बोले, जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र खतरे में
जम्मू
जम्मू और कश्मीर के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद जम्मू में अपनी कश्मीर यात्रा के बाद बुधवार को कहा कि कश्मीर और कश्मीरियों में निराशा और तनाव है। जम्मू में भी यही हालत है। सत्ता पक्ष के 100-200 लोगों को छोड़कर, कोई भी खुश नहीं है। उनके मुताबिक, प्रशासन का इतना आतंक मैंने दुनिया में कही नहीं देखा। राज्य में लोकतंत्र नाम की कोई छीज नहीं है।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी ने चार दिन कश्मीर और दो दिन जम्मू में लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना है। आजाद के दौरे से पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह पैदा हुआ है। आजाद अपने दौरे की रिपोर्ट सर्वोच्च न्यायालय को देंगे। अनुच्छेद 370 हटने के बाद किसी विपक्ष नेता का जम्मू कश्मीर का पहला दौरा था।
जम्मू पहुंचे आजाद बोले-कश्मीर के हालात खराब
कश्मीर का चार दिवसीय दौरा समेटकर मंगलवार को जम्मू पहुंचे राज्यसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि घाटी के हालात काफी खराब हैं। आजाद दोपहर को हवाई अड्डे से सीधे अपने गांधी नगर स्थित सरकारी आवास पर पहुंचे। आवास के नजदीक मुख्य सड़क पर आजाद ने अपनी गाड़ी को कुछ समय के लिए रुकवाते हुए वहां पर मौजूद पत्रकारों से संक्षिप्त बातचीत की। जब उनसे पूछा गया कि क्या कश्मीर के हालात सुधर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि कश्मीर के हालात बहुत खराब हैं।
आजाद ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय से अनुमति मिलने के बाद मैं कश्मीर गया था। चार दिन बिताए। इस दौरान कई लोगों से बातचीत की, लेकिन प्रशासन की अनुमति न मिलने पर मैं दसवां हिस्सा भी मिल नहीं पाया। अब दो दिन जम्मू में लोगों से मिलूंगा और छह दिवसीय दौरे की रिपोर्ट सर्वोच्च न्यायालय को दूंगा। उन्होंने कहा कि वह इससे अधिक कुछ नहीं बोल सकते हैं।