गुजरात में एक साथ या अलग-अलग चुनाव? सुप्रीम कोर्ट पर नजर
अहमदाबाद/दिल्ली
सबकी निगाहें सुप्रीम कोर्ट पर है जो गुजरात में राज्यसभा की खाली हुईं 2 सीटों पर अलग-अलग चुनाव कराने के EC के फैसले के खिलाफ राज्य कांग्रेस की याचिका पर फैसला सुना सकता है। लोकसभा चुनाव में अमित शाह और स्मृति इरानी की जीत के बाद गुजरात की 2 राज्यसभा सीटें खाली हुई हैं। चुनाव आयोग ने दोनों ही सीटों के लिए उपचुनाव का ऐलान कर दिया है और उसके लिए 5 जुलाई को वोटिंग होगी। अभी तक यहां बीजेपी और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों का पर्चा नहीं भराया है। आज नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है, ऐसे में दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवार आज ही नामांकन भरेंगे।
दोनों सीटों के लिए अलग-अलग चुनाव के चुनाव आयोग के फैसले को कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। मंगलवार को कोर्ट इस पर सुनवाई करेगा और उम्मीद है कि इस पर फैसला भी सुना देगा।
बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने सोमवार शाम को ऐलान किया कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर और ओबीसी नेता जुगलजी ठाकोर पार्टी के उम्मीदवार होंगे। गुजरात बीजेपी के चीफ जीतू वघानी ने बताया कि दोनों मंगलवार को पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे पर्चा भरेंगे। जयशंकर सोमवार रात को अहमदाबाद पहुंच गए जहां राज्य के मंत्री प्रदीप सिंह जड़ेजा ने उनका स्वागत किया। इस साल मार्च में जयशंकर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों पद्म श्री सम्मान मिला था। उन्होंने मनमोहन सिंह सरकार के वक्त अमेरिका के साथ परमाणु समझौते में अहम भूमिका निभाई थी। वह चीन में भारत के राजदूत भी रहत चुके हैं। 2017 में डोकलाम विवाद के दौरान उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में भी अहम भूमिका निभाई थी।
जुगलजी ठाकोर बीजेपी के ओबीसी मोर्चा के नेता हैं और फिलहाल मोर्चा के महासचिव हैं। जब अल्पेश ठाकोर ने ठाकोर सेना का गठन किया तो जुगलजी ने गुजरात क्षत्रिय-ठाकोर विकास संघ के जरिए बीजेपी की मदद की।
बीजेपी ने तो अपने दोनों उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया, लेकिन सोमवार रात तक कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं कर सकी थी। कांग्रेस नेतृत्व ने कई नामों पर चर्चा की और 3 नेताओं के एक पैनल का गठन किया, जिन्हें मैदान में उतारा जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, पैनल में चंद्रिकाबेन चुडास्मा, करसनदास सोनेरी और गौरव पांड्या शामिल हैं।
बीजेपी के जुगलजी ठाकोर की तरह ही कांग्रेस ने भी एक ओबीसी नेता चंद्रिकाबेन चुडास्मा को चुना है। वहीं, सोनेरी पार्टी के वरिष्ठ दलित नेता हैं।
उम्मीदवारों के बारे में पूछे जाने पर गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने मिरर को बताया, 'हमने तय किया है कि उम्मीदवारों के नामों का ऐलान आला कमान करेगा। मंगलवार सुबह तक नामों का ऐलान हो जाएगा।'
यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस को क्यों भरोसा है कि वह सुप्रीम कोर्ट में केस जीत जाएगी, तो चावड़ा ने कहा, 'हमें बहुत भरोसा है और इसके कई कारण हैं। चुनाव आयोग ने अपने नोटिफिकेशन में जिस फैसले का जिक्र किया है, वह अलग-अलग सालों में खाली हुईं सीटों से जुड़ा था। गुजरात के मामले में दोनों ही सीटें एक ही दिन खाली हुई हैं, दोनों ही सांसद एक ही दिन चुने गए थे और उनका कार्यकाल भी एक ही दिन खत्म होना था। देश में राज्यसभा चुनाव के इतिहास में ऐसा एक भी मामला नहीं हैं जब एक ही दिन खाली हुईं 2 सीों के लिए अलग-अलग चुनाव हो। इसलिए हम सोचते हैं कि फैसला हमारे पक्ष में आएगा।'