गिर रहा हैं लगातार पानी, किसान कर लें खरीफ फसलों की बुवाई
रायपुर
प्रदेश में मानसून सक्रिय हो गया है, और लगातार पानी गिर रहा है। ऐसे में किसानों को सलाह दी गई है कि वे विभिन्न खरीफ फसलों की समय पर बुवाई कर ले। किसान खरीफ फसलों की बुवाई करते समय कोविड-19 वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए मास्क का उपयोग करें और साबुन पानी से नियमित रूप से हाथ धोंए तथा सोशल और फिजिकल दूर का पालन करें, कृषि सयंत्रों एवं उपकरणों की निरंतर सफाई करना अत्यंत आवश्यक है।
कृषि विकास एवं विकास-कल्याण विभाग के अधिकारियों ने प्रदेश के किसानों को सलाह दी है कि विभिन्न खरीफ फसलों, अरहर, सोयाबीन, मक्का, मूंगफली, धान की बुवाई शुरू कर दें। नर्सरी में बुवाई से पहले धान के बीज को कार्बेन्डाजिम 2 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज कवकनाशी से उपचारित करें। इसी प्रकार फल, फूल और सब्जी वर्गीय टमाटर, बैगन, मिर्च, भिन्डी और अन्य सब्जियों की फसलों को दूरी बनाकर लगाएं। वर्षा ऋतु में विभिन्न फलों के पौधों के रोपण के लिए उपयुक्त स्थान का चयन करें और गड्ढे खोदकर तैयार करे। तैयार किए गए गड्ढे में फलदार पौधों को आवश्यकता के अनुसार गड्ढे के बीच की दूरी बना कर लगाएं।
पशु पालकों को सलाह दी गई है कि एक दिन में दो बार पशुओं को हरा चारा और साफ तथा ताजा पानी उपलब्ध कराए। किसानों को पशु चिकित्सा विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार ब्लैक क्वार्टर, एथ्रेक्स और अन्य बीमारी के खिलाफ अपने पशुओं का टीका करण कराएं। पोल्ट्री किसानों को सलाह दी जाती है कि रानी-खेत बिमारी से बचाव के लिए पोल्ट्री बर्ड का टीका लगवाएं।