गर्मियों में अंडे खाना कितना सही, जानें कुछ फैक्ट्स

गर्मियां शुरू हो गई हैं और यह वजन घटाने की चाहत रखने वालों का फेवरिट मौसम है। ज्यादातर लोगों को लगता है कि गर्मी में ज्यादा पसीना आने से वजन घटाने में मदद मिलती है। इस मौसम में आपके देसी जिम ट्रेनर भी कहते होंगे कि यही मौसम है जब आप आसानी से वजन घटा सकते हैं। कई ट्रेनर्स अपने क्लाइंट को पंखा ऑफ करके वर्कआउट कराते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा पसीना आ सके। लेकिन क्या यह सच है कि गर्मियों में ज्यादा पसीना आने से आपका वजन कम होगा?

अगर ऐसा है तो फिर सर्दियों में आपके शरीर से बिल्कुल भी फैट बर्न नहीं होता होगा क्योंकि सर्दियों में तो पसीना आता ही नहीं है। इस लॉजिक के हिसाब से पहाड़ी या ठंडी जगहों पर रहने वाले लोगों को मोटापे का शिकार होना चाहिए, क्योंकि उन जगहों पर भी कभी पसीना नहीं आता। एक आम धारणा है कि सर्दियों में आपका वजन बढ़ता है और गर्मियों में कम होता है।

क्या कहता है साइंस
दरअसल हमारे शरीर में एडिपोज टिशू के रूप में फैट जमा होता है। जब भी शरीर में ऐनर्जी की पूर्ती बाहर से नहीं हो पाती है तो शरीर इस जमा फैट को ऐनर्जी में बदलता है और हम फैट लूज करते हैं। आप चाहे सर्दियों में वर्कआउट करें या गर्मियों में, शरीर से फैट बर्न होने की प्रक्रिया एक समान ही है।

क्या पसीने के रूप में बाहर आता है फैट?
बिल्कुल नहीं। शरीर के तापमान को संतुलित करने के लिए पसीना निकलता है। गर्मियों में बाहर का तापमान ही इतना ज्यादा होता है कि शरीर को ठंडा रखने के लिए पसीना आता है। वहीं, सर्दियों में जब आप वर्कआउट करते हैं तो शरीर से गर्मी कम करने के लिए पसीना आता है।

क्या गर्मियों में वजन बढ़ सकता है?
जरूर। वजन बढ़ना मौसम पर नहीं बल्कि आपके खानपान पर निर्भर करता है। जब आपके खाने में कैलरी की मात्रा ज्यादा होती है तो वह फैट के रूप में जमा हो जाता है और मोटापा बढ़ता है। जब शरीर में कैलरी कम होती है तो शरीर में जमा फैट ऐनर्जी बनकर निकल जाते हैं और इससे वजन कम होता है।

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