खास फीचर के कारण पसंद आ रहा टेलिग्राम

कुछ महीने पहले तक शेयर मार्केट के किसी ऑपरेटर को जब बाजार से जुड़ी कोई खुफिया जानकारी मिलती थी तो वह सीधा अपने साथियों के वॉट्सऐप ग्रुप में घुस जाता और जानकारी शेयर कर देता था। हालांकि अब ये लोग टेलिग्राम पर शिफ्ट हो गए हैं। ऐसे टेलिग्राम ग्रुप बनाने वाले अब मार्केट के बारे में 'सटीक' जानकारी देने के नाम पर ग्रुप में आने वाले नए लोगों से 'एंट्री फी' भी लेने लगे हैं।

टेलिग्राम में है ज्यादा सिक्यॉरिटी
टेलिग्राम का रुख करने की वजह पंटर्स की यह चिंता है कि जानकारी साझा करने के लिए सेबी और सरकार की ओर से पड़ रहे दबाव के आगे वॉट्सऐप झुक सकता है। इसके पीछे एक तकनीकी कारण भी है। जांच एजेंसियों ने कुछ आरोपियों के फोन की क्लोनिंग कर ली है और उनके वॉट्सऐप मेसेज का बैक-अप बना लिया है, जिनका उपयोग सबूत के रूप में किया जा सकता था। वहीं टेलिग्राम में जांच एजेंसियों के लिए ऐसी गुंजाइश कम है। इसमें 'सीक्रेट चैट' फीचर मौजूद है, जिसमें साझा की गई कोई भी जानकारी एक तय समय के बाद नष्ट हो जाती है। साथ ही, इसके मेसेजेज को न तो फॉरवर्ड किया जा सकता है और न ही इनका बैक-अप बनता है।

मार्केट पार्टिसिपेंट्स ऐसे टेलिग्राम ग्रुप होने की दी जानकारी। उन्होंने कहा कि कई वॉट्सऐप ग्रुप अनपब्लिश्ड प्राइस सेंसिटिव इंफर्मेशन (UPSI) शेयर कर रहे थे और उन पर सेबी ने 2017 में कार्रवाई शुरू की थी। इसे देखत हुए अब टेलिग्राम ग्रुप्स की संख्या बढ़ी है।

तेजी से सर्कुलेट होती है खुफिया जानकारी
एक प्रमुख लॉ फर्म के पार्टनर ने कहा कि उनकी टीम 2019 की शुरुआत में एक मर्जर डील पर काम कर रही थी और तब जानकारी मिली कि एक टेलिग्राम ग्रुप में इस डील की जानकारी सर्कुलेट की जा रही है। उन्होंने कहा, 'हमारे एक कर्मचारी उस ग्रुप से जुड़ गए। उन्होंने पाया कि सही जानकारी सर्कुलेट की जा रही थी।' उन्होंने बताया कि ग्रुप के मॉडरेटर्स ने जॉइन करने के छह घंटों के भीतर उस कर्मचारी को रिमूव कर दिया था।

सिक्यॉरिटी रिसर्चर्स का कहना है कि गोपनीयता चाहने वालों के लिए टेलीग्रॉम का बड़ा फायदा यह है कि ग्रुप या चैनल बनाने वाले का पता नहीं लगाया जा सकता।

मांगते हैं एंट्री फीस
एक ब्रोकर ने बताया कि टेलिग्राम पर ऐसे ग्रुप हैं, जो अपने यहां लोगों को शामिल करने के लिए एंट्री फीस मांगते हैं। उन्होंने कहा, 'ये खुद को इंडियन मार्केट्स के धुरंधर निवेशक बताते हैं। ये स्मॉल और मिड कैप सेगमेंट्स में लोगों को मोटा पैसा बनाने वाली टिप्स देने का वादा करते हैं।' उन्होंने बताया कि ये ग्रुप एंट्री फी के रूप में 35000 रुपये लेते हैं।

10 करोड़ से ज्यादा बार हुआ डाउनलोड
रूस से निकलकर टेलिग्राम ने दुबई में अपना ठिकाना बनाया था। ऐंड्रॉयड प्ले स्टोर पर दुनियाभर में इसके दस करोड़ से ज्यादा डाउनलोड हो चुके हैं। एक अरब से ज्यादा डाउनलोड के साथ वॉट्सऐप कहीं ज्यादा पॉपुलर है, लेकिन टेलिग्राम के सिक्यॉरिटी फीचर्स यूजर्स के एक खास ग्रुप को आकर्षित कर रहे हैं।

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