खनिज-फॉरेस्ट विभाग द्वारा हो रही कार्रवाई के विरोध में आज रात से रेत व्यापारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर

भोपाल 
होशंगाबाद, सीहोर से रेत लेकर राजधानी आने वाले वाहनों पर प्रशासन, पुलिस, खनिज और फॉरेस्ट द्वारा की जा रही कार्रवाई के विरोध में सैंड ट्रक आनर्स एसोसिएशन आज रात 12 बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहा है। हड़ताल के कारण एक बार फिर राजधानी में रेत के दाम बढ़ेंगे और निजी व सरकारी निर्माण कार्यो की रफ्तार पर बे्रक भी लगेगा। 

साथ ही दूसरे व्यापार जैसे सीमेंट, र्इंट और दिहाड़ी मजदूरों को भी परेशानी होगी। सैंड एसोसिएशन ने सीहोर और होशंगाबाद से रेत ला रहे वाहन चालकों पर की जा रही कार्रवाई को लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी। साथ ही साफ कर दिया था कि इस पर जल्द रोक नहीं लगी, तो प्रदेश भर के रेत ट्रांसपोर्टर काम बंद कर हड़ताल पर चले जाएंगे। 

एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी विजय सनोडिया ने बताया कि ट्रक आॅपरेटर पर ही सारी कार्रवाई होती है। पिछले कुछ समय से यह कार्रवाई बढ़ गई है। पुलिस और खनिज विभाग के अमले को खदान द्वारा जारी रॉयल्टी दिखाने के बाद भी डंपरों पर कार्रवाई की जा रही है। इस मामले से खनिज विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई को अवगत कराया गया था। उन्होंने भरोसा दिलाया था कि मांगों का निराकरण किया जाएगा, इस कारण 20 जनवरी को होनी वाली हड़ताल टाल दी थी। लेकिन मांगों पर किसी भी तरह का निर्णय नहीं लिया गया। ऐसे में एसोसिएशन ने अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। इस दौरान होशंगाबाद से शहर आने वाली रेत की सप्लाई रोक दी जाएगी। 

एसोसिएशन के अरूण राव ने बताया कि ट्रक आॅपरेटर सिर्फ रेत का परिवहन करते हैं। बावजूद इसके प्रशासन, पुलिस, फॉरेस्ट और खनिज विभाग के निशाने पर आॅपरेटर ही होते हैं। जबकि कार्रवाई ठेकेदारों पर भी होना चाहिए, क्योंकि रेत का उत्खनन और गाड़ियां भरने का कार्य उनके द्वारा ही किया जाता है। यही नहीं शासकीय दर 125 रुपए घन फीट फिक्स होने के बाद भी ठेकेदार मनमर्जी के रेट आॅरेटरों से वसूलता है। इस पर शासन-प्रशासन का कोई कंट्रोल नहीं है। 

एसोसिएशन ने बताया कि सीहोर में ट्रक आॅपरेटर सबसे अधिक प्रताड़ित हो रहे हैं। यहां पर खनिज, पुलिस और प्रशासन के नियम अलग-अलग हैं। कलेक्टर का कहना है कि एक फीट भी रेत अधिक मिली तो गाड़ी कर लेंगे। खनिज 500 फीट तक रेत लाने की अनुमति देता है और पुलिस इतनी रेत होने पर गाड़ी जब्त कर लेती है।
 
सीहोर में शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक नो-एंट्री कर रखी है। जबकि भोपाल में सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक। यही नहीं अब ट्रक आॅपरेटरों को 40 की स्पीड पर गाड़ी चलाने का नया फरमान जारी कर दिया गया है। इसमें भी ट्रक चालक को आरटीओ से सर्टिफिकेट लेना होगा। 

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