क्या नवजोत सिंह सिद्धू के सपोर्ट में आए कपिल शर्मा? कही ये बात

 
नई दिल्ली     

कपिल शर्मा के कॉमेडी शो से नवजोत सिंह सिद्धू के बाहर होने के मामले ने बड़ा तूल पकड़ा. उनकी जगह शो में अर्चना पूरन सिंह को लाया गया. इस बीच सिद्धू ने पुलवामा हमले पर पाकिस्तान की वकालत कर विवाद को न्योता दिया. ऐसे में कहा गया कि विवादित बयान के बाद सिद्धू को शो से बाहर का रास्ता दिखाया गया. लेकिन अर्चना पूरन सिंह और खुद सिद्धू ने ऐसी खबरों को गलत बताया. सिद्धू ने राजनीतिक व्यस्तता के चलते शो से ब्रेक लेने की बात कही. अब इस मामले में पहली बार कपिल शर्मा का रिएक्शन आया है.

चंडीगढ़ में एक इवेंट में शामिल हुए कपिल ने सिद्धू से जुड़ी कंट्रोवर्सी पर बयान दिया. एक मीडिया चैनल से बातचीत में कॉमेडियन ने कहा- ''सिद्धू अपने काम में बिजी हैं इसलिए अर्चना पूरन सिंह ने हमारे साथ शूटिंग की.'' विवाद पर बोलते हुए कपिल ने कहा- ''ये बहुत छोटी चीजें हैं और ये सब किसी प्रोपगेंडा का हिस्सा भी हो सकते हैं. मुझे लगता है कि किसी को बैन करना और सिद्धू को शो से हटाना हल नहीं है. हमें स्थायी हल को ओर देखना होगा.''

पुलवामा अटैक पर कपिल ने कहा- ''हम सरकार के साथ हैं लेकिन हमें स्थायी हल की जरूरत है. पुलवामा में हुए कायरना हमले में हमारे जवान शहीद हुए हैं, जो नहीं भूलना चाहिए. दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए.''

कपिल से शो से हटाए जाने पर सिद्धू ने क्या कहा?
बता दें, सोमवार को कपिल के शो से हटाए जाने की खबर पर सिद्धू ने पहली बार रिएक्ट किया. उन्होंने कहा- "मैं अपने राजनीतिक कमिटमेंट्स को पूरा करने की वजह से 'द कपिल शर्मा' के कुछ शूट्स का हिस्सा नहीं रहा था. मुझे विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होना था. इसलिए मेकर्स ने दो एपिसोड्स के लिए मेरा रिप्लेसमेंट ढूंढ लिया. मुझे शो से हटाए जाने के बारे में चैनल की तरफ से मुझे कोई टर्मिनेशन लेटर नहीं मिला है."

क्या थे सिद्धू के बिगड़े बोल?
सिद्धू ने पुलवामा अटैक पर कहा था, ''कुछ लोगों की करतूत के लिए पूरे देश को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है?' ये एक बेहद कायराना हमला था. मैं इस हमले की कड़ी निंदा करता हूं. हिंसा को किसी भी तरीके से जायज नहीं ठहराया जा सकता. जिन्होंने ऐसा किया है, उन्हें इसकी सजा मिलनी ही चाहिए. भारत-पाकिस्तान के बीच मुद्दों का स्थायी समाधान खोजने की जरूरत है. इस तरह के लोगों (आतंकवादियों) का कोई देश, धर्म और जाति नहीं होती है. चंद लोगों की वजह से पूरे राष्ट्र (पाकिस्तान) को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता.''

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