क्या अमेरिका की चालाकी से इतना गिर गया तेल का दाम? जानें आज पेट्रोल-डीजल का भाव

 
नई दिल्ली

कोरोना संकट के कारण तेल की कीमत पर मंडराए संकट के बादल अब साफ होने वाले हैं। कीमत पर बहुत ज्यादा दबाव बढ़ने के बाद रूस और सऊदी अरब समेत तमाम तेल उत्पादक देश उत्पादन में कटौती की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। संभव है कि अगले 2-3 दिनों में उत्पादन में कटौती को लेकर रूस और सऊदी अरब जो ओपेक (OPEC) का सबसे बड़ा उत्पादक है, के बीच समझौता हो जाए।
गुरुवार को समझौता संभव
गुरुवार को सऊदी अरब और रुस के बीच उत्पादन में कटौती को लेकर समझौता हो सकता है। एक एजेंसी के मुताबिक इस समझौते की सफलता अमेरिका पर निर्भर करता है। अगर ओपेक प्लस देशों की बैठक में अमेरिका भी शामिल होता है और उत्पादन में कटौती के लिए हामी भरता है तो डील सफल होगी।

डिमांड 30 पर्सेंट तक गिरी
कोरोना के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था कछुए की चाल से चल रही है। गतिविधि ठप होने के कारण तेल की डिमांड करीब 30 फीसदी तक गिर गई है। मतलब रोजाना 30 मिलियन बैरल तेल की डिमांड घटी है। दूसरी तरफ रूस और सऊदी अरब ने उत्पादन बढ़ा दिया है।

G-20 देशों के एनर्जी मिनिस्टर्स की बैठक
शुक्रवार को G-20 देशों के एनर्जी मिनिस्टर्स की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक होने वाली है। बैठक का आयोजन सऊदी अरब ने किया है और इसका मकसद अमेरिका को भी उत्पादन कटौती का हिस्सा बनाना है।

अमेरिका की चालाकी से ओपेक प्लस देश परेशान
दरअसल सऊदी अरब, ओपेक के अन्य सदस्य देश और रूस अमेरिका की चालाकी से लंबे समय से परेशान हैं। इन देशों द्वारा तेल के उत्पादन पर लिमिट लगा हुआ है। इसका फायदा अमेरिकी शेल कंपनियों ने उठाया और देखते-देखते अमेरिका तेल का सबसे बड़ा उत्पादक बन गया। यही वजह है कि जब पिछले दिनों ओपेक प्लस देशों पर लगा प्रतिबंध हटा तो सऊदी अरब और रूस ने उत्पादन में जबर्दस्त बढ़ोतरी की और नतीजा यहां तक पहुंच गया।
 
इन तमाम परिस्थितियों के बीच आज भी पेट्रोल-डीजल के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ है। पिछले तीन हफ्तों से कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
 

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