कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए आयुष मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी

रायपुर
कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए आयुष मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी की है। इस कड़ी में लोगों को बचाव के तौर तरीकों के साथ-साथ दो दवाईयां भी उपाय के तौर पर लेने का सुझाव दिया गया है। प्रदेश के सभी सरकारी आयुर्वेद कॉलेज के शिक्षकों के साथ-साथ आयुर्वेद मेडिकल आॅफिसर्स की ट्रेनिंग भी दी गई है। यही नहीं, प्रायवेट प्रेक्टिस करने वाले चिकित्सकों को आॅनलाइन टे्रनिंग भी दी जा रही है।

कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति में  उपचार के लिए हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दवा का उपयोग किया जा रहा है। दुनियाभर में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दवा की मांग है। हालांकि अभी तक कोरोना संक्रमण को ठीक करने के लिए कोई कारगर दवा नहीं मिल पाई है। भारत और दुनियाभर में इस दिशा में रिसर्च चल रहा है। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में भी कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए दवाईयों पर रिसर्च चल रहा है। केन्द्र सरकार के आयुष मंत्रालय ने कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए बकायदा एडवाइजरी जारी की है और इसके लिए प्रदेश के सरकारी आयुर्वेद के साथ-साथ मेडिकल आॅफिसर्स को टे्रनिंग दी गई है। ट्रेनिंग प्रोग्राम के बाद प्रदेश के आयुष संचानालय के जरिए सभी निजी आयुर्वेद प्रेक्टिसनर को कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए आॅनलाइन टे्रेनिंग भी दी जा रही है। यह ट्रेनिंग शुक्रवार से शुरू हुई है।

आयुर्वेद एवं युनानी बोर्ड के सचिव डॉ. संजय शुक्ला ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए आयुर्वेदिक रोक प्रतिरोधक चिकित्सा विकल्प है। आयुर्वेद चिकित्सकों से परामर्श के बाद इसमें सशंमनी वटी 5 सौ एमजी दिन में दो बार 15 दिनों तक लिया जा सकता है। कोरोना संक्रमण जैसे लक्षण होने पर अगस्त हरित्वकी 5 ग्राम दिन में 2 बार गरम पानी के साथ ले सकते हैं।

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