कोरोना वायरस: आइसोलेशन के डर से इलाज नहीं करवा रहे संदिग्ध
पटना
कोरोना के लक्षण मिलने के बाद भी संदिग्ध मरीज 14 दिनों की निगरानी के डर से आइसोलेशन वार्ड जाने में डर रहे हैं। अब स्वास्थ्य विभाग की टीम ऐसे संदिग्ध मरीजों को ढूंढ रही है। शुक्रवार को कुर्जी व एसके पुरी से ऐसे ही दो मरीज मिले, जो अस्पताल नहीं जा रहे थे। सिविल सर्जन के आदेश के बाद दोनों मरीजों को पुलिस फोर्स के साथ आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। मरीजों की निगरानी के लिए पटना को चार जोन में बांटा गया है, जहां कई टीमें उन पर नजर रख रही हैं। शुक्रवार को दो नए संदिग्ध मरीज पीएमसीएच पहुंचे, जिसमें नाइजीरिया से आने वाले संदिग्ध को एम्स व एक को पीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। राहत की बात यह है कि मंगलवार को एक ही घर के भर्ती किए गए 10 सदस्यों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।
पीएमसीएच में कोरोना वार्ड बनाना बनी चुनौती
पीएमसीएच का आइसोलेशन वार्ड संदिग्धों से भर चुका है। अब नए वार्ड को बनाने में बड़ा रोड़ा आ गया है। कार्यदायी संस्था बीएएसआईसीएल ने पैसा नहीं होने की बात कहकर हाथ खड़े कर दिए हैं। ऐसे में पीएमसीएच, रोगी कल्याण समिति के बजट से कोरोना वार्ड बनाने के लिए आयुक्त से गुहार लगा रहा है। अधीक्षक डॉ बिमल कारक का कहना है कि अब नए वार्ड को चालू करने में देरी हो सकती है। हालांकि प्रयास है कि 4-5 दिन में 50 बेड का नया वार्ड चालू हो जाए।
आपके काम की चार बातें
आईएमए ने कोरोना की काउंर्संलग के लिए चार नंबर जारी किए हैं। 9334116619, 9431237869, 9470003549 और 9334116619 पर डॉक्टर हमेशा लोगों को सलाह देने के लिए उपलब्ध रहेंगे।
– जिन संदिग्ध मरीजों को कोरोना वार्ड से छोड़ा जाएगा, उनके हाथ पर चुनाव वाली स्याही से मोहर लगाई जाएगी। विदेश आए लोगों पर भी मोहर लगेगी।
– अस्पतालों की ओपीडी में भीड़ को कम करने के लिए टोकन की व्यवस्था शुरू की जाएगी। ओपीडी के पास लाइन नहीं लगने दी जाएगी।
– डीएम ने आदेश दिया है कि जो दुकानदार पहले मास्क, सैनिटाइजर बेचते थे, वे सभी अब इन दोनों सामानों का पर्याप्त स्टॉक रखें। औषधि निरीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे इन दोेनों सामानों की आपूर्ति जांचेंगे।
जनरल वार्ड को किया जा रहा खाली
कोरोना को लेकर पीएमसीएच के जनरल वार्डों को खाली किया जा रहा है। शुक्रवार से ऐसे मरीजों को डिस्चार्ज किया जाना शुरू हो गया है, जो अब या तो स्वस्थ हो गए या फिर उनका ऑपरेशन टाला जा सकता है। अधीक्षक का कहना है कि अब यह प्रक्रिया नियमित चलेगी। आपातकालीन सेवा पर कोई बदलाव नहीं है।