कोरोना मेडिकल इमरजेंसी है, नहीं तो PM मोदी 6 दिन में दोबारा नहीं करते देश को संबोधित
नई दिल्ली
कोरोना वायरस ने वैश्विक माहामारी का रूप ले लिया है। भारत भी इस कारण इन दिनों मेडिकल इमरजेंसी की दौर से गुजर रहा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बीते छह दिन में पीएम मोदी दोबारा आज राष्ट्र को संबोधित करने जा रहे हैं। इससे पहले उन्होंने गुरुवार को देश को संबोधित किया था। उन्ही के आह्वान पर रविवार को जनता कर्फ्यू लगाया गया, जो कि काफी सफल रहा।
लोगों ने इस आपदा की स्थिति में पीड़ितों की सेवा में जुटे विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को ताली बजा कर आभार प्रकट किया। रविवार के बाद अब धीरे-धीरे लगभग पूरा देश लॉक डाउन हो चुका है।
कोरोना वायरस के मामले भारत समेत दुनियाभर में बढ़ते जा रहे हैं। इसको देखते हुए पूरी दुनिया की बड़ी आबादी घरों के अंदर 'कैद' है। भारत ने 30 राज्यों में लॉकडाउन कर दिया है। वहीं, तीन ऐसे राज्य हैं, जहां पर लॉकडाउन के बाद कर्फ्यू भी लागू है। दिल्ली पुलिस ने एनसीआर से जुड़ने वाली सभी सीमाएं पूरी तरह सील कर दीं। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बिना कर्फ्यू पास वाहनों को प्रवेश नहीं मिलेगा।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि जरूरी सेवाओं के लिए पहले से निर्धारित की गई छूट जारी रहेगी। धारा 144 तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। वहीं, महाराष्ट्र ऐसा राज्य है, जहां कोरोना के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। महाराष्ट्र में मंगलवार को कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 100 पार कर गई।
वहीं, आज वित्त मंत्री ने बताया कि इनकम टैक्स और जीएसटी फाइल करने के समय में छूट दी गई है। वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए आयकर रिटर्न भड़ने की अंतिम तारीख को 31 मार्च से बढ़ाकर 30 जून, 2020 कर कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि लेट फाइन करने पर पर 12 की जगह सिर्फ 9 प्रतिशत ब्याज देना होगा।
इसके अलावा केंद्र सरकार ने जीएसटी फाइल करने की अंतिम तारीख भी बढ़ा दी है। जीएसटी फाइल करने की देरी पर कोई फाइन नहीं देना होगा। साथ ही टीडीएस पर भी 18 की जगह नौ प्रतिशत ही ब्याज देना होगा।