कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने से मुरैना-भिंड में चंबल नदी उफान पर, 2000 लोगों को रेस्क्यू कर निकला

ग्वालियर
मंदसौर में अत्यधिक बारिश होने तथा कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने से मुरैना व भिंड जिले में चंबल नदी उफान पर है। इसके चलते चंबल नदी पर बना पुराना पुल पूरी तरह डूब गया है। मुरैना के अंबाह-पोरसा क्षेत्र के 100 गांवों में भयंकर तबाही मचाई है। वहीं अटेर और भिंड क्षेत्र के  चंबल नदी के  किनारे बसे 44 गांव प्रभावित हो रहे हैं। सेना और प्रशासन ने 2000 लोगों को रेस्क्यू निकाल लिया है। उधर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैलिकॉप्टर से पहले आज श्योपुर फिर सबलगढ़ इसके बाद भिंड पहुंचेंगे।

कोटा बैराज से छोड़े गए 20 लाख क्यूसेक पानी की वजह से चंबल में आई बाढ़ ने सबलगढ़, मुरैना, दिमनी, अंबाह-पोरसा क्षेत्र के 100 से अधिक गांवों में भयंकर तबाही मचाई है। नदी का पानी धीरे-धीरे नीचे उतर रहा है लेकिन बाढ़ की वजह से 100 से अधिक गांवों में खंबे-बिजली की लाइनें टूटने से अंधेरा पड़ा हुआ है। 30 से अधिक गांवों के रास्ते अभी भी बंद हैं। कुएं-तालाब का पानी दूषित होने व हैंडपंप पानी में डूबने की वजह से ग्रामीणों के सामने पीने के पानी का संकट है। अंबाह क्षेत्र में भी 20 से अधिक गांवों के रास्ते पूरी तरह से बंद हैं। मलबसई, वीलपुर, नीवरी, घेर, पीपरीपुरा, नयावांस, विचपई, चुस्सलई, गांवों में भी ग्रामीण पूरी तरह से ग्रामीण घिर गए हैं।

चंबल नदी का जल-स्तर बढ़ने से सबसे ज्यादा  प्रभावित गांव मुकुटपुरा, दिन्नपुरा नावली वृन्दावन, रमा कोट, खैराहट, नखनोली की मढ़ैयन, कोसण की मढ़ैयन, चीलोंगा, चौमहो, कछपुरा, तरशोखर हैं। इन गांव में फंसे लोगों को प्रशासन द्वारा रेस्क्यू आॅपरेशन चलाकर  राहत शिविरों में पहुंचाया जा रहा है। बाढ़ग्रस्त गांवों में प्रशासन द्वारा बार-बार समझाने पर भी कई लोग गांव छोड़ कर जाने से इन्कार कर रहे हैं। अभी तक गाँव नखनोली, रमाकोट, कोषण, नावली वृन्दावन, मुकुटपुरा चौमहो, कछपुरा, तरशोखर एवं दिन्नपुरा से लगभग 2000 से ज्यादा लोगों को  रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।

कलेक्टर ने सभी शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से निरस्त  कर सभी को कार्य पर लौटने का आदेश जारी कर दिया है।  

मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने किया अटेर के बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण ,राहत शिविर में लोगो से मिलकर उनका हाल-चाल पूछा और उन्हें भरोसा दिलाया कि इस संकट की घड़ी में प्रदेश सरकार उनके साथ खड़ी है।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर   हैलीकॉप्टर से श्योपुर रवाना हो गए हैं। वहां बाढ़ की स्थिति का जायजा देने के बाद सबलगढ़ और इसके बाद दोपहर 2 बजे भिंड के एमजेएस हेलीपेड पर पहुंचेंगे, जहां भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं अटेर विधायक डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ अटेर एवं चौम्हों के बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचकर किसानों से रूबरू होंगे और उनके साथ चर्चां करेंगे।  वहीं श्री तोमर ने सीएम कमलनाथ को पत्र लिखकर राहत व बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए पत्र लिखा है।

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