कैद आजम से मिले अखिलेश, बोले-हो रही साजिश

सीतापुर
फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट केस में समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम और आजम की पत्नी तंजीन फातिमा जेल में हैं। बुधवार को सरेंडर करने के बाद तीनों को सीतापुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। अपने करीबी आजम खान से मिलने के लिए एसपी चीफ अखिलेश यादव गुरुवार को सीतापुर जेल पहुंचे। आजम खान से मिलने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि जब से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सत्ता में आई है, तब से ही आजम खान के खिलाफ राजनीतिक साजिश हो रही है।

आपको बता दें कि अब्दुल्ला आजम के दो बर्थ सर्टिफिकेट केस में कोर्ट ने तीनों की संपत्ति जब्त करने का नोटिस जारी कर दिया था। इसी केस में आजम खान, अब्दुल्ला आजम और तंजीन फातिमा ने बुधवार को रामपुर कोर्ट में सरेंडर किया। सीतापुर जेल में बंद इन तीनों नेताओं से मिलने के लिए समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव पहुंचे और आजम के साथ खड़े होने के दावा किया।

'आजम की पत्नी बीमार, बेटा भी चोटिल'
आजम खान से मिलने के बाद अखिलेश यादव ने कहा, 'एक राजनीतिक साजिश के तहत बीजेपी आजम खान को निशाना बना रही है। मैंने आजम साहब से मुलाकात की। उनकी पत्नी की तबीयत ठीक नहीं है और बेटे के सिर में भी चोट लगी है। मैं उम्मीद करता हूं कि जेल प्रशासन उन्हें जरूरी सुविधाएं मुहैया कराएगा।'

बीजेपी पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा, 'जब से बीजेपी सत्ता में आई है, आजम खान निशाने पर हैं। राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें जेल भेजा गया है। कोर्ट उनकी मदद करेगा।' इससे पहले एक जेल अधिकारी ने बताया कि संभवत: ये तीनों नेता 2 मार्च तक सीतापुर जेल में रहेंगे। रामपुर से सीतापुर ले जाए जाने के बाद आजम खान से जब उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों के बारे में पूछा गया तो आजम खान ने कहा, 'पूरा देश जानता है कि मेरे और मेरे परिवार के साथ क्या हो रहा है।'

'सीएम योगी को मर्यादा का पता ही नहीं'
सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिए गए बयान पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा, 'सीएम की तो बात ही न करें। क्योंकि उन्हें मर्यादा ही नहीं पता है। उन्हें राजनीतिक मर्यादा में रहकर बोलना चाहिए। जिस भाषा का प्रयोग उन्होंने सदन में किया है, क्या उन्हें करना चाहिए था। क्या पूर्व में किसी मुख्यमंत्री ने ऐसी भाषा का प्रयोग सदन में किया है? बदला लेने की बात जो उन्होंने कही है, वह लोकतंत्र में चुने हुए किसी नेता की नहीं हो सकती है।'

दंगे फैलाना, आग लगाना यही गुजरात माडल है
दिल्ली में हुए दंगे पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा, 'अगर सरकार और पुलिस चाहती तो ये दंगे कभी नहीं हो सकते थे। एक लाख से ज्यादा पुलिस फोर्स होगी दिल्ली में फिर भी यह सुरक्षा नहीं दे पाए और इतने बड़े दंगे भड़क गए। बीजेपी सरकार तो कहती थी कि हमारी सरकार में दंगे नही होंगे, फिर यह क्या है? बीजेपी की सरकार लोगों को डराकर राजनीति करना चाहती है। लोग नफरत फैलाकर वोट का लाभ लेना चाहते हैं। बीजेपी के लोग हिंदू-मुसलमान या धर्मों में दूरियां कैसे बनें, उन्हे बांटकर राजनीति करती है। बीजेपी सदियों से बनी हमारी संस्कृति एकजुट और एक साथ रहने की उस भाईचाारे को खत्म कर राजनीति करना चाहती है।'

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