कैडर और जमीन से जुड़े नेताओं को मिलेगा BSP का टिकट
मानिकपुर
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती उपचुनाव को लेकर राजनीतिक समीकरण बनाने में जुटी हुई हैं. उत्तर प्रदेश की 13 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए मायावती अपने कैडर और जमीन से जुड़े नेताओं को चुनावी मैदान में उतारने की रणनीति पर काम कर रही हैं.
समाजवादी पार्टी से नाता तोड़ने के बाद ही मायावती ने उत्तर प्रदेश के उपचुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी. बसपा प्रदेश की उपचुनाव के लिए जल्दी ही प्रत्याशियों का ऐलान कर सकती है. बसपा के जोनल इंचार्जों ने अपने-अपने इलाके की रिक्त हुई विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों का पैनल पार्टी नेतृत्व को भेज दिया है. इस बार बसपा ने अपने पुराने वफादार और कैडर के नेताओं को मैदान में उतारने का फैसला किया है.
बसपा सूत्रों ने मुताबिक यूपी की 13 में से 11 सीटों के संभावित प्रत्याशियों के नाम लगभग फाइनल हैं. बांदा की मानिकपुर सीट से राज नारायण निराला, हमीरपुर में नौशाद अली, जैतपुर बाराबंकी से अखिलेश अंबेडकर और प्रतापगढ़ से पिछले लोकसभा सीट के प्रत्याशी रहे अशोक तिवारी को प्रभारी के तौर पर चुनावी तैयारी के लिए हरी झंडी मिल चुकी है. ये सारे नाम बसपा के मजबूत नेता माने जाते हैं.
टुंडला विधानसभा सीट से बसपा ने पूर्व एमएलसी सुनील कुमार चित्तौड़ को चुनावी तैयारी करने के लिए कह दिया है. 1996 लोकसभा चुनाव में सुनील कुमार चित्तौड़ फिरोजाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं और इसके बाद से ही बसपा कॉडिनेटर के तौर पर पार्टी संगठन के लिए काम कर रहे हैं.
बता दें कि कानपुर कैंट और लखनऊ कैंट सीट पर बसपा अभी तक नाम तय नहीं कर सकी है. कानपुर कैंट से ब्राह्मण, वाल्मीकि या बघेल समाज के दावेदारों में से किसी का नाम फाइनल हो सकता है. लखनऊ कैंट सीट पर ब्राह्मण चेहरे के तौर पर नकुल दूबे का नाम चल रहा है.
बसपा सुप्रीमो मायावती जल्दी ही जोन इंचार्जों से बात कर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर सकती हैं. इस बार सभी 13 विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों के नाम एक साथ जारी किए जाने की संभावना है.