केंद्र सरकार ने दिया जवाब, जीडीपी ग्रोथ पर मनमोहन सिंह के हमले का

 
नई दिल्ली 

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कुछ दिन पहले देश की जीडीपी ग्रोथ में आई गिरावट को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। अब केंद्र पूर्व पीएम को जवाब देते हुए कहा कि जिस समय मनमोहन सिंह पीएम थे, उस समय देश की अर्थव्यवस्था 11वें नंबर पर थी जबकि अभी देश की अर्थव्यवस्था तीन सबसे बड़ी आर्थिक ताकत की तरफ आगे बढ़ रही है। 

बीजेपी ने मनमोहन के दावे को किया खारिज
केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है, जिसमें देश की अर्थव्यवस्था को 'बेहद चिंताजनक' स्थिति में बताया गया था। इसके विपरीत सरकार ने कहा कि वह पूरी तरह आश्वस्त है कि अर्थव्यवस्था बेहतरीन प्रदर्शन दिखाएगी। 

केंद्र ने कहा-मनमोहन के विश्लेषण का समर्थन नहीं 
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा, 'हम पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के विश्लेषण का समर्थन नहीं करते हैं।' पूर्व पीएम की टिप्पणी पर पूछे गए सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि जिस समय मनमोहन सिंह की सरकार का कार्यकाल पूरा हुआ, उस समय देश की अर्थव्यवस्था 11वें स्थान पर थी, लेकिन अब देश दुनिया की तीन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की तरफ आगे बढ़ रहा है। 

जावड़ेकर बोले-मजबूत आर्थिक हैसियत की तरफ बढ़ रहे हैं 
जावडेकर ने कहा, 'उस समय हम दुनिया की 11वीं अर्थव्यवस्था थे, लेकिन आज हम पांचवें नंबर पर हैं और तीसरी पॉजिशन हासिल करने की तरफ आगे बढ़ रहे हैं।' जावडेकर ने केंद्रीय कैबिनेट की मीटिंग के बाद पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए यह बात कही। 

केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'एक जिम्मेदार सरकार होने के नाते हम इस मुद्दे पर ध्यान दे रहे हैं। जीएसटी की प्रक्रिया के दौरान भी हमने यह देखा था। जीएसटी काउंसिल हर महीने मीटिंग करती है और जरूरी फैसले लेती है और यह ठीक ढंग से चल रहा है। जनता की सहयोगी सरकार इसी तरह से काम करती हैं। हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि देश की अर्थव्यस्था फिर से चमकेगी और अच्छा प्रदर्शन करेगी।' 

मनमोहन ने बोला था मोदी सरकार पर हमला
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रविवार को इकनॉमिक स्लोडाउन के लिए सीधे तौर पर मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि यह मैन मेड क्राइसिस है, जो कुप्रबंधन के चलते पैदा हुई है। अर्थशास्त्र के जानकार मनमोहन सिंह ने कहा कि पिछली तिमाही की जीडीपी ग्रोथ 5 पर्सेंट रही है। इससे पता चलता है कि देश लंबे स्लोडाउन के दौर में है। भारत के पास ज्यादा तेज गति से ग्रोथ की क्षमता है, लेकिन मोदी सरकार के चौतरफा कुप्रबंधन से हालात बिगड़े हैं। 

मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की कमजोर ग्रोथ पर मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए मनमोहन सिंह ने कहा था कि यह महज 0.6 पर्सेंट रह गई है। इससे स्पष्ट है कि हमारी इकॉनमी अब तक नोटबंदी जैसी मानवजनित गलतियों से उबर नहीं सकी है। इसके अलावा गलत तरीके से लागू जीएसटी से भी इकॉनमी की हालत खराब हुई है। 
 

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