किसानों पर लाठी चलाने वाले पुलिसकर्मियों पर गिरेगी गाज! CM कमलनाथ ने दिए जांच के आदेश

भोपाल
प्रदेश में यूरिया का संकट अब भी नही टल पाया है, किसानों को खाद के लिए लंबी-लंबी लाइनों में लगना पड़ रहा है, पुलिस खाद की जगह किसानों पर लाठियां बसरा रही है, प्रदर्शन, चक्काजाम की घटनाएं सामने आ रही है। गुरुवार को ही रायसेन और शिवपुरी में पुलिस ने फिर किसानों पर लाठियां भांजी गई, जिसकों लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नाराजगी जताई है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए डीजीपी को  जाँच के निर्देश दिये है और अनावश्यक बलप्रयोग पर दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्यवाही करने की बात कही है।

दरअसल, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के रायसेन व शिवपुरी के करैरा में यूरिया लेने के लिये लाइन में लगे किसानो पर पुलिस द्वारा किये गये बलप्रयोग की आज के समाचार पत्रों में छपी तस्वीरों को गम्भीरता से लिया है। उन्होंने डीजीपी को इसकी जाँच के निर्देश दिये है और कहा है कि जाँच करे कि किसानो पर बलप्रयोग की स्थिति क्यों बनी। क़ानून व्यवस्था के पालन के लिये बलप्रयोग किया गया या अनावश्यक कारण से बल प्रयोग किया गया।इसकी जाँच हो। अनावश्यक बलप्रयोग पर दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्यवाही करे।बताते चले कि इसस पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर पूर्व में प्रशासन को निर्देश दिये थे कि यह किसान हितैषी सरकार है। इसमें किसानो का दमन किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। यह पूर्व की सरकार नहीं है , जिसमें किसानो के सीने पर गोलियाँ तक दाग़ी गयी।

मुख्यमंत्री ने अनावश्यक बलप्रयोग पर दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी दिये हैं। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने पूर्व में ही प्रशासन को निर्देश दिये थे कि यह किसान हितैषी सरकार है। इसमें किसानों का दमन किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) December 28, 2018

ये है पूरा मामला
गुरुवार को शिवपुरी के करैरा में खाद गोदाम पर पुलिस ने किसानों के ऊपर जमकर लाठियां भांजी थी। यूरिया की कमी से परेशान किसान यहां लंबी लाइन में खड़े होकर यूरिया खरीदी का इंतजार कर रहे थे। लेकिन पुलिस वालों ने किसानों पर लाठियां चला दी। लाठी लगने से एक किसान जख्मी हो गया।  पुलिस आरक्षक ने लाठी इतनी जोर से मारी कि लाठी के दो टुकड़े हो गए। जबकि सीएम कमलनाथ इस बात की चेतावनी पहले ही दे चुके हैं कि किसानों को यूरिया के समय किसी भी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्हें यूरिया मुहैया करवाने में जो भी मदद हो वह करें। न कि उनपर लाठियां चलाएं। 

गौरतलब है कि  प्रदेश में अब भी यूरिया के संकट से किसानों को जूझना पड़ रहा है। कुछ दिनों पहले यूरिया की किल्लत को लेकर किसानों ने प्रदर्शन किया था। रायसेन, राजगढ़, विदिशा, छतरपुर, टीकमगढ़ और अशोकनगर में किसानों का आक्रोश देखने को मिला था। वही राजगढ़-विदिशा में किसानों ने चक्काजाम किया था।स्थिति यह हो गई थी कि अशोकनगर और टीकमगढ़ में पुलिस के पहरे में यूरिया बांटा गया था। वहीं गुना में लाठीचार्ज किया गया था। 

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