काश मुझे भी इस तरह की सुविधाएं मिली होतीं: सुनील छेत्री

उदयपुर
भारत की राष्ट्रीय फुटबाल टीम के कप्तान और स्टार स्ट्राइकर सुनील छेत्री ने शनिवार को उदयपुर के जावर स्थित जिंक फुटबाल अकादमी का दौरा किया और युवा खिलाड़ियों के साथ अपने अनुभवों को साझा किया। छेत्री जावर में मौजूद इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं को देखकर हैरान थे। छेत्री ने कहा कि इस तरह की पहल से न केवल राजस्थान फुटबाल बल्कि भारतीय फुटबाल को भविष्य में नई ऊंचाई मिलेगी। एशियाई आइकॉन ने हिंदुस्तान जिंक द्वारा संचालित जिंक फुटबाल से जुड़े युवा फुटबालरों के साथ इंटरेक्टिव सेशन में हिस्सा लिया। वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक ने भारतीय फुटबाल को अगले स्तर पर ले जाने के लिए अपने सोशल मीडिया प्रोग्राम के हिस्से के रूप में जिंक फुटबाल कार्यक्रम की शुरूआत की है। कार्यक्रम के मूल में एक पूर्णकालिक आवासीय अकादमी है, जिसमें 40 श्रेष्ठ अंडर-15 फुटबालरों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इन बच्चों का चयन राज्यभर में आयोजित ट्रायल्स के माध्यम से 5000 से अधिक बच्चों के बीच से किया गया है।

छेत्री ने कहा कि मैंने राजस्थान में पहली बार कोई फुटबाल अकादमी देखी है और मैं यह देखकर वाकई खुश हूं कि यहां विश्व स्तरीय सुविधा मौजूद है। जिंक फुटबाल जैसी पहल में जिस तरह की विश्व स्तरीय सुविधा तैयार की गई है, उससे आने वाले समय में भारतीय फुटबाल को ऊपर ले जाने में मदद मिलेगी। मैं तो यही सोच रहा हूं कि जब मैं बड़ा हो रहा था, तब मुझे इस तरह की सुविधा और इंफ्रास्ट्रक्चर क्यों नहीं मिली। मुझे यकीन है कि यहां प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे बच्चे न सिर्फ राजस्थान में बल्कि राष्ट्र स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करेंगे। देश के स्टार फुटबॉलर छेत्री को अपनी अकादमी में पाकर जिंक फुटबाल के युवा फुटबालरों की उत्सुकता देखते बन रही थी। ये सभी अपने आइकॉन के पास जाने और उनसे गुफ्तगू करने के लिए बेताब दिखे। 
 

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