काम की बात: घर के मालिकों और दुकानदारों को मिलेगा सस्ता बीमा
नई दिल्ली
हमें अगर मकान, दुकान या संपत्ति का बीमा कराना होता है तो ज्यादातर कंपनियां कुछ निर्धारित प्लान पेश करती हैं और हमें उनमें से एक ही चुनना पड़ता है, लेकिन बीमा नियामक प्राधिकरण इरडा अब यह प्रणाली बदलने वाला है। ऐसे में आने वाले समय के बीमा कंपनियों के हिसाब से नहीं बल्कि बीमाधारकों के हिसाब से बनाए जाएंगे। इरडा का एक पैनल घर के मालिकों और दुकानदारों के लिए ऐसे ही सस्ते बीमा प्लान करने की सिफारिश की है, जिसका बीमा कवर खुद वे चुन सकेंगे और उन्हें कम प्रीमियम का भुगतान करना होगा।
50 लाख रुपये का भी बीमा
इरडा विशेषकर प्राकृतिक आपदा से प्रभावित राज्यों के घर के मालिकों और छोटे कारोबारियों के लिए अच्छा बीमा कवल लाएगा। उन्हें आसान, किफायती बीमा कवर दिया जाएगा। छोटे से बड़े दुकानदारों के लिए 50 लाख रुपये से 50 करोड़ रुपये तक बीमे का प्रस्ताव है, ताकि तूफान, भूकंप या किसी अन्य आपदा में हुए नुकसान की भरपाई आसानी से हो सके। इसमें ग्राहक खुद तय करेंगे कि उन्हें कितनी राशि का बीमा चाहिए और प्रीमियम भी उसी के हिसाब से कम होगा।
छोटे घरों का बीमा भी आसान होगा
इरडा पैनल ने कहा है कि तमाम लोग घर खरीद के साथ उसके बीमा की सोचते हैं, लेकिन कंपनियों के प्लान ऐसे होते हैं, जिनमें बीमा कवर काफी ज्यादा होता है। इनमें मकान निर्माण की सही लागत का ध्यान नहीं रखा जाता। ऐसे में तमाम लोग मकानों का बीमा कराने से हिचकिचाते हैं। लिहाजा इसे भी तर्कसंगत बनाया जाएगा। बहुमंजिला इमारत के बिक्री मूल्य के हिसाब से किसी एक अपार्टमेंट का तय करना प्रस्तावित है, ताकि बीमा कवर सस्ता हो और प्रीमियम भी कम हो।
आपदा में राहत देगा बीमा
इरडा ने उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर जैसे पहाड़ी राज्यों, तमिलनाडु और ओडिशा में तूफानों से हुए आर्थिक नुकसान का जायजा लेने के बाद यह प्रस्ताव तैयार किया है। उत्तराखंड की बाढ़ में 6600 करोड़, जबकि फेनी, हुदहुद जैसे तूफान से करीब 65 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसमें करीब तीन-चार हजार करोड़ रुपये की भरपाई ही बीमा से हो पाई है।