कांग्रेस सरकार बजरंग दल के गौरक्षकों को टारगेट कर ला रही माब लिंचिंग कानून करेंगे विरोध : पूर्व CM शिवराज
भोपाल
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कमलनाथ सरकार माब लिंचिंग कानून में बजरंग दल के गौरक्षकों को टारगेट कर कानून ला रही है। इसका विरोध किया जाएगा। प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद अवैध रेत खनन व्यापक तौर पर हो रहा है। बारिश में रेत के पहाड़ खड़े कर दिए गए हैं। इन सबके विरोध में 11 अगस्त के बाद आंदोलन करेंगे।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व सीएम चौहान ने कहा कि हमने रेत खनन के अधिकार पंचायतों को दिए थे लेकिन अब बाहर के गुंडे बदमाशों ने नर्मदा तट पर डेरा डाल लिया है और गुंडागर्दी करके रेत खनन कर रहे हैं। उन्होंने माब लिंचिंग के प्रस्तावित कानून का विरोध करते हुए कहा कि प्रदेश में अब तक माब लिंचिंग की कोई घटना गाय को लेकर नहीं घटी है। नीमच, भोपाल और रायसेन में हुई घटनाएँ अलग-अलग कारणों से हुई हैं। कमलनाथ सरकार सिर्फ गौरक्षकों को निशाना बनाकर यह कानून ला रही है। प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि सिंगरौली, सतना में जिंदा जलाने की घटनाएं बदहाल व्यवस्था उजागर कर रही हैं।
बेटी बचाओ आंदोलन के लिए टेलीफोन और मिसकाल नम्बर जारी करने के साथ शिवराज ने कहा कि इसके लिए भोपाल के अलावा दूसरे जिलों से भी प्रस्ताव आ रहे हैं। साथ ही लोगों की दिक्कतें भी सामने आ रही हैं, जिसका खुलासा जल्द किया जाएगा।
शिवराज ने कहा कि विधायक रामबाई के आरोपों की भी पुलिस को जांच करना चाहिए और चौरसिया परिवार के तथ्यों को भी नकारा नहीं जाना चाहिए। दोनों पक्ष संतुष्ट हों, ऐसी जांच की जानी चाहिए। अगर एक जांच एजेंसी से संतुष्टि नहीं हो तो किसी दूसरी एजेंसी से जांच कराई जा सकती है।
पूर्व सीएम चौहान ने कहा कि 2.33 करोड़ के टारगेट के विपरीत अब तक 1.18 लोग बीजेपी के सदस्य बने हैं। इनका वेरिफिकेशन हो चुका है। मध्यप्रदेश में भाजपा में शामिल सदस्यों की जानकारी अलग से ली जाएगी। इसकी राज्यवार समीक्षा की जाएगी।