कांग्रेस के प्रस्ताव को रणनीतिकार प्रशांत किशोर ठुकराया
भोपाल
एमपी में उपचुनाव से ही यह तय होना है कि प्रदेश में किसकी सरकार रहेगी। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस उपचुनाव के एड़ी-चोटी की जोर लगा रही है। उपचुनाव बीजेपी वर्सेज कांग्रेस नहीं है, ज्योतिरादित्य सिंधिया वर्सेज कांग्रेस है। क्योंकि 24 में 22 सीटें सिंधिया समर्थकों के ही हैं। 22 पर उम्मीदवार भी कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले सिंधिया समर्थक ही होंगे। ऐसे में कांग्रेस बीजेपी से ज्यादा ज्योतिरादित्य सिंधिया को टारगेट कर रही है। सिंधिया के चक्रव्यूह को तोड़ने के लिए अब कांग्रेस पॉलिटिक्ल रणनीतिकार प्रशांत किशोर के संपर्क में है।
कोरोना संकट के बीच मध्य प्रदेश में उठ रहीं सियासी हलचलें भी राज्य का तापमान गर्माए हुए है. खासकर 24 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर प्रदेश के राजनीतिक दलों की कवायद चरम पर है. ये उपचुनाव बीजेपी (BJP) और कांग्रेस , दोनों के लिए न सिर्फ प्रतिष्ठा बचाने की जंग है, बल्कि इससे कई खेल भी बन-बिगड़ सकते हैं. इसलिए कांग्रेस जहां 24 सीटों पर जीत के लिए अपनी तरफ से कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाह रही है. वहीं सत्तारूढ़ बीजेपी भी पूरी तैयारी में है. इस बीच खबर ये है कि चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पार्टी का ऑफर ठुकरा दिया है. दरअसल, कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने बीते दिनों कहा था कि उपचुनाव के लिए पार्टी प्रशांत किशोर से बातचीत कर रही है. किशोर ने कांग्रेस के इस ऑफर को दोटूक लहजे में ठुकराते हुए कहा है कि वह कांग्रेस पार्टी के लिए यह काम नहीं कर सकते हैं.
भाजपा, कांग्रेस समेत कई अन्य दलों के लिए चुनावी रणनीति बनाने के अनुभवी प्रशांत किशोर ने मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस के लिए काम करने की बात से साफ इनकार कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, किशोर ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कैप्टन अमरिंदर सिंह चौहान के कहने पर उन्होंने पार्टी के लिए पहले अपनी सेवाएं दी थीं. पंजाब और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने कांग्रेस की चुनावी रणनीति बनाने में मदद की थी. लेकिन उपचुनावों को लेकर दिया गया यह ऑफर उन्हें मंजूर नहीं है. वे इस तरह टुकड़ों-टुकड़ों में काम नहीं कर सकते हैं.
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने मंगलवार को कहा था कि आने वाले उपचुनावों में कांग्रेस सभी 24 सीटें जीतने की तैयारी कर रही है. इसके लिए पार्टी प्रशांत किशोर के साथ बातचीत कर रही है. शर्मा ने कहा था कि प्रशांत किशोर पहले भी कांग्रेस के लिए काम कर चुके हैं. इसलिए उपचुनाव के दौरान विधानसभा क्षेत्रों का सर्वेक्षण और सोशल मीडिया कैम्पेनिंग की रणनीति पर वे काम कर सकते हैं. शर्मा ने कहा था कि प्रशांत किशोर कांग्रेस को उपचुनाव की सभी सीटें जिताने में मददगार हो सकते हैं. पीसी शर्मा की इस बात पर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने हमला करते हुए कहा था कि प्रदेश की जनता कांग्रेस के 15 महीने के शासनकाल को देख चुकी है. इन महीनों के दौरान कांग्रेस ने जनता से सिर्फ झूठे वादे किए. रामेश्वर शर्मा ने दावा भी किया कि बीजेपी इस उपचुनाव में सभी 24 सीटों पर जीत हासिल करेगी.
हर सीट की कर रहे हैं निगरानी
कमलनाथ उपचुनाव को लेकर मोर्चा खुद ही संभाले हुए हैं। एक-एक ही सीट की वह खुद ही मॉनिटरिंग कर रहे हैं। साथ ही उन सीटों पर जिताऊ उम्मीदवार के लिए सर्वे भी करवा रहे हैं। मंगलवार को मुरैना जिले के लोगों के साथ उन्होंने चर्चा की थी। साथ ही उम्मीदवारों के बारे में फीड बैक लिया था। कमलनाथ टिकट वितरण सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ही करेंगे। क्योंकि इस बार चूक हुई तो फिर 3 साल और सत्ता के लिए इंतजार करना पड़ेगा।
सोशल मीडिया पर आक्रामक हुई कांग्रेस
वहीं, उपचुनाव से पहले टीम कांग्रेस सोशल मीडिया पर काफी आक्रामक हो गई है। सभी सोशल हैंडल्स से एमपी कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके लोगों पर हमला कर रहे हैं। इसमें पूर्व सीएम कमलनाथ से लेकर कई पूर्व मंत्री तक शामिल हैं। एमपी कांग्रेस ने बुधवार को भी ज्योतिरादित्य सिंधिया पर ट्वीट कर हमला किया है। कांग्रेस ने लिखा कि यदि अब बीजेपी, राज्यसभा सीट भी न दे, जयचंदों को टिकट भी न दे…तो ये जयचंद क्या करेंगे…?