कांग्रेस का ‘पहला दांव’: राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया के ‘शो’ का रूट मैप तय
लखनऊ
कांग्रेस के यूपी मामलों की प्रभारी बनाए जाने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया सोमवार ( 11 फरवरी) को लखनऊ पहुंच रहे हैं। उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी एक दिवसीय लखनऊ दौरे पर होंगे। चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से प्रदेश कांग्रेस कार्यालय तक तीनों नेता रोड शो करते हुए पहुंचेंगे। शनिवार को जिला प्रशासन के साथ कांग्रेस नेताओं की बैठक में उनके रोड शो के रूट को अंतिम रूप दिया गया।
यह बात अलग है कि जिला प्रशासन और कांग्रेस पार्टी दोनों ही इनके प्रदेश कांग्रेस कार्यालय तक पहुंचने को आधिकारिक तौर पर रोड शो नहीं मान रहे हैं, फिर भी सूत्रों का दावा है यह एक भव्य रोड शो होगा। सोमवार की शाम को ही राहुल गांधी वापस दिल्ली लौट जाएंगे, लेकिन प्रियंका और ज्योतिरादित्य 14 फरवरी तक लखनऊ में ही संगठन की बैठकें करेंगे।
2017 में तय रूट की मांगी थी अनुमति
प्रदेश कांग्रेस ने जिला प्रशासन से रोड शो के लिए जिस रूट की मांग की गई थी, वह वही रूट था जो 2017 में कांग्रेस की चुनावी टीम तय होने के बाद पार्टी के रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने तय किया था। हालांकि शनिवार को जिला प्रशासन के अफसरों के साथ पार्टी की बैठक में उस रूट को अनुमति नहीं दी गई।
प्रदेश पदाधिकारियों के साथ होगी बैठक
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में तीनों नेता प्रदेश पदाधिकारियों, विधायकों, पूर्व विधायकों, सांसदों व पूर्व सांसदों के साथ बैठक करेंगे। माना जा रहा है कि राहुल बैठक में लोकसभा चुनाव के संबंध में निर्देश देंगे और रणनीति साझा करेंगे। तीनों का इस तरह राजधानी पहुंचना कांग्रेस के लोकसभा चुनाव प्रचार का आगाज माना जा रहा है।
जगह-जगह होगा स्वागत
चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से प्रदेश कांग्रेस कार्यालय तक पहुंचने के बीच जगह-जगह तीनों नेताओं के स्वागत के लिए मंच तैयार किए गए हैं। जिला-शहर अध्यक्षों के साथ ही अन्य नेताओं ने अपने लिए अलग अलग जगह स्वागत के लिए मांगी है। राजस्थान कैडर के आईआरएस अधिकारी धीरज श्रीवास्तव ने वीआरएस ले लिया है। अब वह प्रियंका गांधी वाड्रा के सहायक होंगे।
सोमवार को रोड शो के बाद कांग्रेस के यूपी मामले के प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा और पश्चिमी यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया अगले तीन दिन अपने-अपने क्षेत्रों के लोकसभा सीटों में चुनावी खाका खींचेंगे। बैठकें लोकसभा क्षेत्र के संगठन और नेताओं की होंगी। प्रियंका के हिस्से में जहां 42 लोकसभा क्षेत्र हैं, वहीं ज्योतिरादित्य के हिस्से में 38।