कहीं विरोध, कहीं विवाद बना कारण, इन दिग्गजों का कट गया टिकट

भोपाल
लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने 46 और उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है| इस सूची में मध्य प्रदेश की 29 सीटों में से 15 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की गई है| पार्टी ने दस सीटों पर मौजूदा सांसदों पर भरोसा दिखाया है| जबकि पांच सांसदों के टिकट काट दिए हैं| हालांकि जिन्हे टिकट मिला उनमे भी कई ऐसे नेता थे पार्टी का अंदरूनी सर्वे और फीडबैक जिनके खिलाफ था| प्रदेश के लगभग 16 सांसदों के टिकट काटे जाने थे| लेकिन फिलहाल पांच के टिकट कटे हैं| 

पार्टी ने एक पैराशूट उम्मीदवार को भी टिकट दिया है |  चुनावी समय में कांग्रेस छोड़कर आई हिमाद्रि सिंह को शहडोल से सांसद बनाया है| हिमाद्रि कांग्रेस की संभावित प्रत्याशी थी, अब उनके दल बदलने से कांग्रेस भी दमदार प्रत्याशी की तलाश में है| शहडोल से मौजूदा सांसद ज्ञान सिंह का टिकट कटा है| हाई कोर्ट ने ज्ञानसिंह के उपचुनाव को शून्य घोषित कर दिया था, जिसके चलते पार्टी को डर था कि कहीं आगे अयोग्यता जैसा कोई कानूनी पेंच न फंस जाए। जिसके चलते ज्ञान सिंह का टिकट कट गया| वहीं स्थानीय फीडबैक के बाद से ही उनके टिकट काटे जाने की चर्चा थी| 

मुरैना से इस बार अनूप मिश्रा की जगह नरेंद्र तोमर चुनाव लड़ेंगे| मिश्रा विधानसभा चुनाव भी लड़े थे लेकिन हार गए थे| वहीं ग्वालियर में ख़तरा महसूस करते हुए तोमर ने अपनी सीट बदल ली है| हालांकि अभी ग्वालियर सीट का फैसला नहीं हुआ है| हाल ही में अनूप मिश्रा ने ग्वालियर में एक बड़ा आंदोलन किया था जिसके चलते वे सुर्ख़ियों में आ गए थे| जिसके चलते कयास लगाए जा रहे हैं पार्टी उन्हें ग्वालियर से लड़ा सकती है| वहीं अक्सर विवादित बयानों से सुर्ख़ियों में रहने वाले उज्जैन से सांसद चिंतामणि मालवीय का टिकट कट गया है| अनिल फिरोजिया उज्जैन से उम्मीदवार होंगे| 

खंडवा सीट से दावेदारी कर रही पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस को झटका लगा है| पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अपनी टिकट बचाने में कामयाब रहे| विधानसभा चुनाव के बाद से ही दोनों नेताओं के बीच दावेदारी को लेकर जमकर खींचतान चल रही थी| निर्दलीय प्रत्याशी से हारी चिटनीस को आख़िरकार टिकट नहीं मिला| इसके अलावा ज्योति धुर्वे जाति प्रमाण मामले में घिरी हुई हैं| जिसके चलते उनका टिकट कटा है | वहीं बीजेपी की एक और मजबूत गढ़ वाली सीट भिंड पर भी बदलाव किया गया है| यहां से मौजूद सांसद भागीरथ प्रसाद का क्षेत्र में भारी विरोध था जिसके चलते उनका टिकट कट गया| पार्टी ने पूर्व विधायक संध्या राय को प्रत्याशी बनाया है| संध्या राय वैसे तो मुरैना जिले के दिमनी की रहने वाली है, वर्तमान में महिला मोर्चा में प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर भी हैं और क्षेत्र में अच्छी सक्रियता है| वहीं डॉ भागीरथ प्रसाद जो वर्तमान सांसद है उनका टिकट कटा है वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे और भाजपा से चुनाव जीते थे । पहला चुनाव कांग्रेस से हार गए थे उन्हें मुरैना मेयर अशोक अर्गल ने हराया था । इस बार भिंड से अशोक अर्गल को भी टिकट मिलने की प्रबल संभावना थी लेकिन उन्हें भी टिकट लेने में सफलता नहीं मिली |

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