कश्मीर में पत्थरबाजी-बंगाल में बवाल, कुछ ऐसा रहा दूसरे चरण का मतदान

 
नई दिल्ली   
 
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए गुरुवार को देश की 95 सीटों पर मतदान हुआ. उत्तर प्रदेश, बिहार, तमिलनाडु समेत कुल 12 राज्यों में हुई वोटिंग में करीब 66 फीसदी मतदान हुआ. मतदान के दौरान कई ऐसे मामले आए जो सुर्खियों में रहे, फिर चाहे वह बुर्का में फर्जी वोटिंग के आरोप हों या फिर पश्चिम बंगाल में हिंसा हो. इस दौरान पश्चिम बंगाल में छिटपुट हिंसा से कुछ जगह मतदान बाधित हुआ जबकि श्रीनगर में मतदान की गति मंद रही, सात राज्यों में ईवीएम में खराबी से मतदान थोड़ी देर के लिए बाधित रहा. लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान की बड़ी बाते पढ़ें…

कुल 66 फीसदी मतदान
उत्तर प्रदेश, बिहार, तमिलनाडु समेत देश के 12 राज्यों की 95 लोकसभा सीटों के लिए हुए मतदान में करोड़ों मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया, देशभर में 95 सीटों पर कुल मिलाकर 66 फीसदी मतदान हुआ.

यूपी में बवाल के बीच हुआ मतदान
उत्तर प्रदेश के 8 लोकसभा क्षेत्रों में दूसरे चरण में रिकॉर्ड 62.3 फीसदी मतदान हुआ. 2014 में यहां 61.87 फीसदी मतदान हुआ था. यूपी के अमरोहा में स्थानीय सांसद कंवर सिंह तंवर ने बुर्के में फर्जी वोटिंग का आरोप लगाया, हालांकि बाद में चुनाव आयोग ने इस आरोप को निराधार बता दिया.

उनके अलावा बुलंदशहर के सांसद भोला सिंह ने पोलिंग बूथ में घुसने के लिए सुरक्षाकर्मी से बहस की, लेकिन उन्हें ऐसा करना भारी पड़ा. स्थानीय जिलाधिकारी ने इस विवाद के बाद स्थानीय सांसद के किसी भी बूथ में घुसने से रोक लगा दी.

जम्मू-कश्मीर में हुई पत्थरबाजी
जम्मू-कश्मीर के दो संसदीय निर्वाचन क्षेत्र श्रीनगर और उधमपुर में 43.4 फीसदी मतदान हुआ, लेकिन श्रीनगर में काफी कम 13.43 फीसदी मतदान हुआ जो कि 2014 के 25.7 फीसदी से कम है. हालांकि 2017 में हुए उपचुनाव के मुकाबले यह ज्यादा है क्योंकि उस समय सिर्फ 7.12 फीसदी मतदान हुआ था.

जम्मू इलाके के उधमपुर में 66.67 फीसदी मतदान हुआ, जो 2014 के 71.48 फीसदी से कम है. 2014 में दूसरे चरण के मतदान में जम्मू-कश्मीर में कुल 52.32 फीसदी मतदान हुआ था.देश में गुरुवार को हुए मतदान में कुल 15.7 करोड़ मतदाता 95 लोकसभा सीटों के लिए 1,606 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने के पात्र थे.

पत्थरबाजों और सुरक्षा बलों के बीच कुछ टकराव की घटनाओं के सिवा श्रीनगर लोकसभा सीट पर मतदान गुरुवार को शांतिपूर्ण संपन्न हुआ, जबकि उधमपुर में भारी तादाद में मतदाताओं ने निकलकर मतदान किया.इन टकरावों में एक नागरिक और दो अधिकारी समेत चार पुलिसकर्मी घायल हो गए. सुरक्षा बलों ने बताया कि उन्होंने काफी नियंत्रण बरता ताकि श्रीनगर में हिंसा से मतदान प्रभावित नहीं हो.

 
बंगाल में मोहम्मद सलीम पर हमला
पश्चिम बंगाल के उत्तरी इलाके के तीन लोकसभा क्षेत्रों में हिंसा की कई घटनाओं के बावजूद 76.07 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. रायगंज संसदीय क्षेत्र में मार्क्सेवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) सांसद व उम्मीदवार मोहम्मद सलीम पर कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हमला किया. उन्होंने वहां दोबारा चुनाव कराने की मांग की है. उधर, दार्जिलिंग में मतदान केंद्र के भीतर झगड़े में ईवीएम को भी तोड़ा गया. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर विपक्षियों पर हमले करने का आरोप लगाया है, हालांकि सत्ताधारी पार्टी ने आरोप का खंडन किया है.

कर्नाटक में भी हुआ मतदान

कर्नाटक की 14 लोकसभा सीटों पर शाम पांच बजे तक कुल 61.84 फीसदी मतदान हुआ, जबकि 2014 में 68.68 फीसदी मतदान हुआ था. बेंगलुरू के तीन लोकसभा क्षेत्रों में सबसे कम मतदान हुआ, जिनमें बेंगलुरू मध्य में 49.75 फीसदी, बेंगलुरू उत्तर में 50.51 फीसदी और बेंगलुरू दक्षिण में 54.12 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. कर्नाटक में मुख्य मुकाबला कांग्रेस-जनता दल (एस) गठबंधन और भाजपा के बीच है.

तमिलनाडु में भी मतदान की रफ्तार तेज रही, प्रदेश की 39 लोकसभा सीटों में से 38 पर चुनाव हुआ. तमिलनाडु में 72 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जबकि 2014 में 73.58 फीसदी मतदान हुआ था.

महाराष्ट्र की 10 लोकसभा सीटों पर दूसरे चरण में हुए मतदान में 62 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया पिछले लोकसभा चुनाव 2014 में इन सीटों पर 62.64 फीसदी मतदान हुआ था. उधर, बिहार के पांच लोकसभा क्षेत्रों में 62.52 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जबकि 2014 में मत प्रतिशत 61.93 था.

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