कश्मीर में आतंक फैलाने को 150 कश्मीरियों को ट्रेनिंग दे रही आईएसआई

नई दिल्ली
कश्मीर में हिंसा भड़काने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई पाक अधिकृत कश्मीर के करीब 150 युवाओं को ट्रेनिंग दे रही है। इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक, आईएसआई ने यह ट्रेनिंग कुछ दिन पहले शुरू की है और इन युवाओं को भारत में घुसपैठ करा कर आतंक फैलाने की साजिश कर रही है।

ताकि नापाक भूमिका छुपा सके पाक
इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान कश्मीर में हिंसक वारदातें कश्मीरियों के जरिए ही कराने की कोशिश में है, ताकि वह दुनिया को यह कह सके कि कश्मीर के लोग खुश नहीं हैं, इसलिए ऐसा कर रहे हैं। आईएसआई पाकिस्तान के दूसरे हिस्सों के युवाओं को आतंक की ट्रेनिंग नहीं देकर पाक अधिकृत कश्मीर के युवाओं को लालच देकर, धमकाकर या बरगला कर यह काम करवा रही है। भारतीय सेना के एक अधिकारी ने कहा कि हम घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

शुक्रवार की पूरी तैयारी
जम्मू-कश्मीर को लेकर किए गए केंद्र सरकार के फैसले के बाद पहला शुक्रवार पड़ रहा है। लोग नमाज के लिए बाहर निकलेंगे। सिक्यॉरिटी एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि गुरुवार की सारी रिपोर्ट के आधार पर शुक्रवार को किन-किन इलाकों में कितनी ढील देनी है, यह तय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वैसे दूर-दराज के इलाकों में कोई दिक्कत नहीं है और वहां लोग आराम से आ जा रहे हैं, सिर्फ जिन जगहों पर कुछ गड़बड़ होने की आशंका है, वहां ज्यादा मुस्तैदी और ज्यादा फोर्स रहेगी।

आर्मी के बेस बन रहे हैं वन स्टॉप सेंटर
कश्मीर में आर्मी के कंपनी ऑपरेटिंग बेस (सीओबी) संपर्क करने से लेकर दवाई लेने तक के वन स्टॉप सेंटर बने हैं। आर्मी के एक अधिकारी के मुताबिक, जो भी सीओबी में आ रहे हैं, उन्हें फ्री मेडिकल हेल्प दी जा रही है। कोई बाहर अपने परिजनों से इमर्जेंसी में बात करना चाह रहा है तो आर्मी के सैटलाइट फोन के जरिए उनकी बात भी कराई जा रही है।

घाटी में आर्मी के 100 से ज्यादा सीओबी हैं। आर्मी की टीम पेट्रोलिंग में अपने साथ डॉक्टर और दवाइयां भी रख रही है, ताकि किसी को जरूरत हो तो ऑन द स्पॉट उन्हें मेडिकल हेल्प दी जा सके। उन्होंने कहा कि कोई भी मेडिकल स्टोर या हॉस्पिटल बंद नहीं है। एयरपोर्ट के पास को सिक्यॉरिटी पास की तरह माना जा रहा है। जिसके पास भी यह है, उनकी आवाजाही में कोई दिक्कत नहीं हो रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *