कर्नाटक में ‘नाटक’ जारी, विश्वास प्रस्ताव पर संशय, स्पीकर अड़े
बेंगलुरु
कर्नाटक में विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग को लेकर सोमवार को भी संशय की स्थिति बनी हुई है। विश्वास प्रस्ताव को लेकर तीन दिन से जारी बहस के अभी खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने सत्ताधारी गठबंधन के सदस्यों को अपना भाषण तुरंत समाप्त करने को कहा ताकि विश्वास मत की प्रक्रिया सोमवार को पूरी करवाई जा सके। इस पर सदस्यों ने विरोध जताया।
कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों ने सदन में इस मसले पर अभी और बहस की मांग की है। इसे लेकर कांग्रेस विधायकों ने सदन में हंगामा भी किया। गठबंधन के सदस्य इसे लेकर नारेबाजी करने लगे। जेडीएस और कांग्रेस सदस्यों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी मुद्दे पर कोई तत्परता नहीं दिखाई क्योंकि उसने दो निर्दलीय विधायकों द्वारा अविलंब शक्ति परीक्षण कराने की त्वरित याचिकाओं को सुनने से इनकार कर दिया।
बीजेपी-जेडीएस नेताओं के साथ स्पीकर की मीटिंग
इस दौरान हंगामा करते हुए कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते हुए वेल में उतर आए। वे नारा लगाते रहे कि 'हमें चाहिए इंसाफ, हम चर्चा चाहते हैं।' इसके बाद स्पीकर ने सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। गौरतलब है कि अभी भी 18 विधायकों का भाषण बचा है। भारतीय जनता पार्टी ने स्पीकर से आज ही विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराने की मांग की है। वहीं सदन स्थगित होने के बाद स्पीकर रमेश कुमार ने बीजेपी और जेडीएस नेताओं के साथ अपने चैंबर में बैठक की। इसमें बीजेपी की ओर से सुनील कुमार, बसवराज बोम्मई, सीटी रवि और जेडीएस की ओर से महेश, एचडी रेवन्ना, बंदेप्पा काशेमपुर और विधा सौधा शामिल रहे।
स्पीकर ने कहा- आज ही कराएंगे वोटिंग
बता दें कि विश्वास प्रस्ताव पर जारी बहस को लेकर स्पीकर रमेश कुमार ने हर सदस्य के लिए 10 मिनट का समय निर्धारित किया है। उन्होंने सदस्यों को निर्देश देते हुए कहा कि उन्हें बार-बार यही बोलने को मजबूर न किया जाए कि हर सदस्य को सिर्फ 10 मिनट बोलने का मौका मिलेगा। सोमवार को स्पीकर ने सदस्यों से साफ कह दिया है कि वह विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग आज ही कराएंगे।
सीएम के इस्तीफा देने की भी खबरें
कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों से स्पीकर ने कहा, 'आप आज आधी रात तक चर्चा कर सकते हैं लेकिन मुझे विश्वास मत के लिए वोटिंग आज ही करानी है।' इसके अलावा स्पीकर केआर रमेश कुमार ने 14 बागी विधायकों को कारण बताओ नोटिस देकर जवाब मांगा है कि विधानसभा से उनकी सदस्यता क्यों रद्द न की जाए। वहीं कुछ सूत्रों के मुताबिक, सीएम एचडी कुमारस्वामी सीएम पद से इस्तीफा देने की खबरें भी सामने आ रही हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि विधायकों के न मानने और सरकार को संकट में देखकर कुमारस्वामी सीएम पद से इस्तीफा दे सकते हैं।