एम्स ने किया भर्ती करने से किया मना , कोरोना पॉजिटिव महिला को हार्ट अटैक
मेरठ
मेडिकल के कोविड-19 अस्पताल में कोरोना संक्रमितों का उपचार किया जा रहा है। शनिवार को यहां एक कोरोना पॉजिटिव महिला मरीज को कॉर्डियक अरेस्ट पड़ा तो अस्पताल प्रशासन के हाथ पैर फूल गए। मेडिकल अस्पताल प्रशासन ने मरीज को दिल्ली एम्स में भर्ती करने को लेकर बात की, लेकिन एम्स के कोविड डाक्टरों ने जगह नहीं होने पर भर्ती करने से इनकार कर दिया है। ऐसे में महिला को वेंटिलेटर पर रखा गया है।
मेडिकल अस्पताल के कोविड-19 अस्पताल में अब तक 18 मरीज वेंटीलेटर पर जा चुके हैं। इन मरीजों में से एक दो ही ठीक होकर अपने घर जा पाए। अन्य मरीजों की मौत हो चुकी है। अस्पताल में आक्सीजन, वेंटीलेटर समेत डायलेसिस यूनिट समेत अन्य बीमारियों के इलाज की सुविधा उपलब्ध है। मरीजों का हर संभव इलाज कर बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
हायर सेंटर में जगह नहीं
मेडिकल अस्पताल के बाद हायर सेंटर में जगह उपलब्ध नहीं है। मेडिकल अस्पताल से मरीजों को रेफर किया जा रहा है, लेकिन इनको हायर सेंटर में जगह नहीं मिल पा रही है। इसकी वजह है कि हर अस्पताल में कोविड के मरीजों को लेकर सतर्कता के साथ इनको भर्ती करने के बेड उपलब्ध नहीं हैं। ऐसा ही हाल मेडिकल अस्पताल में भर्ती एक 52 वर्षीय महिला के साथ हुआ है। यह महिला दिल की मरीज है। रात में उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ। रेफर करने की बात की एम्स में की गई लेकिन वहां जगह नहीं होने की बात कही गई। महिला का मेडिकल में इलाज चल रहा है।
डॉ. तुंगवीर सिंह आर्य, विभागाध्यक्ष, मेडिसिन विभाग एवं नोडल प्रभारी, कोविड अस्पताल ने बताया कि मेडिकल अस्पताल में दिल का डाक्टर नहीं है। मेडिसिन विभाग के डाक्टर इस महिला का इलाज कर रहे हैं। एम्स में रेफर करने की बात की गई थी लेकिन वहां जगह नहीं होने की वजह से महिला को रेफर नहीं किया गया। महिला के उपचार के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।