एमपी बोर्ड 10वीं कक्षा के परिणाम में ‘बेस्ट ऑफ फोर योजना’ लागू
भोपाल
इस साल एमपी बोर्ड की परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए एक खुशखबरी है. इस बार दो विषयों में जनरल प्रमोशन के साथ साथ 10वीं कक्षा के छात्रों को अब 'बेस्ट ऑफ फाइव' योजना का भी फायदा मिलेगा. हालांकि, इस बार चार पेपर होने के चलते योजना में थोड़ा सा बदलाव किया गया है. यानी इस बार बेस्ट ऑफ फाइव की जगह 'बेस्ट ऑफ फोर योजना' लागू होगी.
चार विषयों के पेपर होने के चलते इस बार लागू होगी बेस्ट ऑफ फोर योजना
कक्षा दसवीं में इस बार लॉक डाउन से पहले चार विषयों के पेपर हुए थे. दो विषयों के पेपर न होने के चलते जनरल प्रमोशन दिया गया था. हिंदी और उर्दू के दो पेपर्स में छात्रों को जनरल प्रमोशन दिया गया है. यही वजह है कि इस बार 4 विषयों के आधार पर बेस्ट ऑफ फाइव की जगह बेस्ट ऑफ फोर योजना लागू हो रही है. इस योजना के तहत अगर कोई छात्र सिर्फ तीन विषयों में ही पास है और एक विषय में फेल हो रहा है तो फिर ऐसे छात्र को तीन विषयों के नंबर के आधार पर चौथे विषय में पासिंग मार्क्स दिए जाएंगे.
तीन साल पहले लागू की गई थी बेस्ट ऑफ फाइव योजना
बेस्ट ऑफ फाइव योजना तीन साल पहले 2017-18 में लागू की गई थी. इस योजना को लागू करने के पीछे मकसद यही था कि कक्षा दसवीं में कोई छात्र फेल न हो और अगर कोई स्टूडेंट 5 विषयों में पास हो जाता है और एक सब्जेक्ट में अगर फेल होता है तो फिर 5 विषयों के नंबर के आधार पर छठवें विषय में छात्र को पास कर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा. शिवराज सरकार में बेस्ट ऑफ फाइव की योजना लागू की गई थी. जिसका फायदा इस बार भी छात्रों को दिया जा रहा है.
कक्षा दसवीं में दो विषयों में छात्रों को दिया गया है जनरल प्रमोशन
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते लॉकडाउन के चलते कक्षा 10वी के 21 मार्च से पेपर स्थगित थे. 21 मार्च के बाद दसवीं के हिंदी और उर्दू के दो पेपर स्थगित कर दिए गए थे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्णय के बाद दसवीं के छात्रों को दोनों विषयों में जनरल प्रमोशन दिया गया है यानी दोनों विषयों में आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर छात्रों को नंबर दिए जाएंगे.